प्रयागराज। श्री रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट, कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स के तत्वावधान में विश्वविद्यालय कैंपस में एमबीए के छात्रों के लिए प्रथम ज्ञान आधारित व्याख्यान हॉलिस्टिक बिजनेस मास्टरी: नेविगेटिंग मैनेजमेंट एंड बियॉंड का आयोजन किया गया। व्याख्यान की मुख्य अतिथि वूमेन साइन की संस्थापक संपादक एवं रणनीतिज्ञ अपर्णा मिश्रा ने इस अवसर पर मैनेजमेंट के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि सिर्फ मैनेजमेंट की पढ़ाई कर लेने से उद्यमिता की समझ विकसित नहीं हो पाती, उसके लिए बेहतर है कि कुछ साल उद्योग जगत के साथ काम करें और व्यवस्थाओं को समझें। उन्होंने कहा कि इसके अलावा आजकल इन्क्यूबेशन के माध्यम से जो नए-नए अवसर प्राप्त हो रहे हैं उन पर अपनी पकड़ को मजबूत करें और सुअवसर को हाथ से न जाने दें।
विश्वविद्यालय के एमबीए छात्रों को विशेषज्ञ ने दिए टिप्स
सुश्री मिश्रा ने इस बात पर जोर दिया कि मैनेजमेंट के छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ अपना कौशल निखारने पर भी कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आज की इस दुनिया में कौशल ही सब कुछ है। योग्यता के साथ-साथ कौशल के क्षेत्र में व्यापक समझ और विस्तृत ज्ञान ही विकास का आधार है।मुख्य वक्ता अपर्णा मिश्रा ने बहुत ही अच्छे प्रेजेंटेशन और वीडियो के माध्यम से छात्रों एवं प्रतिभागियों को प्रेरित किया और उन्हें यह बताया कि काम के प्रति जुनून होना बहुत जरूरी है । उन्होंने कहा कि यही भावना अपने काम में उच्च स्तर की सफलता दिलाएगी।इसके पूर्व प्रारंभ में मुख्य वक्ता अपर्णा मिश्रा का स्वागत इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स के निदेशक प्रोफेसर आशुतोष बाजपेई ने किया।
वर्तमान समय में ज्ञान का काफी विस्तार हो रहा है : अलका सिंह
प्रोफेसर बाजपेई ने कहा कि सुश्री मिश्रा के व्याख्यान से छात्र-छात्राएं निश्चय ही लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि उनका मार्गदर्शन आगे भी छात्रों को मिलता रहेगा।व्याख्यान का संयोजन प्रोफेसर अलका सिंह ने करते हुए कहा कि वर्तमान समय में ज्ञान का काफी विस्तार हो रहा है। मानव संसाधन को समृद्ध कर भविष्यगत चुनौतियों का सामना करने में आज प्रबंधकीय शिक्षा सफल हो रही है। जिसके अंतर्गत आधारभूत कौशलों का विकास किया जा रहा है।इस अवसर पर प्रोफेसर आशुतोष बाजपेई, प्रोफेसर अलका सिंह, डॉ आशा श्रीवास्तव, डॉ आसिफ मेहंदी, अदिति मिश्रा आदि उपस्थित रहे।