लखनऊ । यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा लीक होने मामले में योगी सरकार काफी गंभीर हो चली है। इसीलिए परीक्षा को निरस्त करने के बाद अब यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड को अध्यक्ष को भी हटाया दिया गया है। साथ ही अब इनकी जगह राजीव कृष्णा को भर्ती बोर्ड की जिम्मेदारी सौंपी गई है। ताकि फिर से परीक्षा का नकल विहीन कराया जा सके। चूंकि परीक्षा के लीक होने से सरकार की खूब किरकरी हो रही है। इसीलिए योगी सरकार कड़े कदम उठा रही है।
जानकारी के लिए पुलिस भर्ती बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा को हटाकर सरकार ने प्रतीक्षा में डाल दिया है। 1981 बैच के आईपीएस अधिकारी राजीव कृष्ण को अब भर्ती बोर्ड की अतिरिक्त जिम्मेदारी मिल गई है। उत्तर प्रदेश में 60,000 से अधिक कांस्टेबल भर्ती पदों के लिए 48 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने भाग लिया था। पेपर लीक होने के बाद परीक्षा रद्द कर दी गई थी।
चूंकि परीक्षा समाप्त होने के बाद से ही अभ्यर्थी बड़ी संख्या में पेपर लीक होने के मामले में सड़कों पर उतर आये थे और परीक्षा को निरस्त कराने की मांग कर रहे थे। छात्रों के आंदोलन को देखते हुए टीम गठित की गई और जांच में पेपर लीक का मामला प्रकाश में आने के बाद परीक्षा को तत्काल निरस्त कर दिया गया। साथ ही योगी सरकार ने छह महीने के अंदर में दोबारा से परीक्षा आयोजित करने का निर्देश दिया है।