लखनऊ। बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले सात वर्ष में प्रदेश में आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या दोगुनी हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की मेहनत की वजह से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में 2014 के सापेक्ष कमी आई है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे के अनुसार 2014 में प्रदेश में मातृ मृत्यु दर 285 प्रति लाख थी, जो घटकर 167 पर आ गई है। वहीं शिशु मृत्यु दर 2014 में जो 48 हजार प्रति लाख थी, जो घटकर 38 हजार हो गई है। सीएम योगी ने कहा कि आज डबल इंजन की सरकार महिला स्वयं सहायता समूह और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के माध्यम से हॉट कुक्ड मील उपलब्ध करा रही है।

आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को नियुक्ति पत्र वितरित किया

सीएम योगी ने बुधवार लोकभवन में मिशन रोजगार के अन्तर्गत आयोजित कार्यक्रम में 3,077 नवचयनित आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को नियुक्ति पत्र वितरित किया। साथ ही 173 करोड़ रुपए की लागत से 31 जनपदों में 1,459 आंगनबाड़ी केंद्र भवनों का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान प्रदेश की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, एनएम और आशा वर्कर ने संक्रमित लोगों की सेवा की। इन फील्ड वर्कर्स से कोरोना संक्रमितों की स्क्रीनिंग करने के साथ ही उन्हें दवा उपलब्ध कराने का कार्य किया था। यही वजह रही की प्रदेश में कोरोना के संक्रमण को रोकने में सरकार को सफलता मिली।

सात वर्ष में प्रदेश की तस्वीर बदली

सीएम योगी ने कहा कि आज प्रदेश में इंसेफेलाइटिस से कोई मौत नहीं होती है। इसके पीछे उत्तर प्रदेश के फील्ड कर्मियों की मेहनत है, जिनका कार्य आज देश में मॉडल बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्री यशोदा मईया की तरह हैं, जिस तरह से लीलाधारी भगवान श्रीकृष्ण का पालन माता यशोदा ने किया था। उसी तरह से प्रदेश के प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र में आंगनबाड़ी कार्यकत्री हजारों बच्चों का पालन कर रही हैं। सीएम योगी ने कहा यह वही उत्तर प्रदेश है, वही विभाग हैं, वही लोग हैं, लेकिन पिछले सात वर्ष में प्रदेश की तस्वीर बदली है। हर क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन आया है, जो किसी से छुपा नहीं है।

पहले चरण में ऐसे 204 ऐसे केंद्र विकसित किए जाएंगे

डबल इंजन की सरकार प्रदेश के अंदर आंगनबाड़ी केंद्र और महिला स्वयं सहायता समूह के माध्यम से हर एक विकासखंड स्तर पर क्वालिटी रेसिपी केंद्र विकसित कर रहे हैं। पहले चरण में ऐसे 204 ऐसे केंद्र विकसित किए जाएंगे। इससे लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा। साथ ही उत्तर प्रदेश के अंदर गुणवत्तापूर्ण भोजन और पोषाहार मिल पाएगा। इससे प्रदेश सुपोषण की दिशा में एक कदम आगे बढ़ जाएगा।

बचपन को स्वस्थ रखने की जिम्मेदारी आंगनबाड़ी पर

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की भूमिका महत्वपूर्ण है क्योंकि बचपन को स्वस्थ रखने की जिम्मेदारी इन्हीं पर है। अगर बचपन स्वस्थ होगा तो जवानी स्वस्थ होगी और जवानी स्वस्थ होगी तो समाज उसकी प्रतिभा और उसकी क्षमता का भरपूर लाभ ले पाएगा।कार्यक्रम में महिला कल्याण बाल विकास मंत्री बेबी रानी मौर्य, महिला कल्याण बाल विकास राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला सहित गणमान्य लोग एवं आंगनवाड़ी कार्यकत्री उपस्थित रहीं।

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