लखनऊ। सपा में मंगलवार उस वक्त अंतर्कलह खुलकर सामने आ गई जब स्वामी प्रसाद मौर्या ने पार्टी के पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इसकी जानकारी अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स के माध्यम से पत्र जारी कर दी है। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्या ने पार्टी के पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा है कि पद के बिना भी पार्टी को सशक्त बनाने के लिए तत्पर रहूंगा।

इस्तीफा देने के पीछे यह मानी जा रही वजह

स्वामी प्रसाद मौर्य नहीं चाहते थे कि फर्रुखाबाद से डॉ. नवल किशोर शाक्य को प्रत्याशी बनाया जाए। डॉ. शाक्य की शादी संघामित्रा से हुई थी, लेकिन बाद में तलाक हो गया था। स्वामी प्रसाद धार्मिक आडंबरों पर लगातार हमला बोल रहे हैं और प्रभु की प्राण प्रतिष्ठा को भी अवैज्ञानिक धारणा बता रहे हैं।

ऐसे में सपा नेतृत्व के भगवान शालिग्राम की स्थापना से पहले पूजा-अर्चना का कार्यक्रम भी उन्हें रास नहीं आया है और इसी दिन उन्होंने महासचिव पद से इस्तीफे का एलान कर दिया।

स्वामी प्रसाद मौर्य कर रहे ड्रामा : ओमप्रकाश राजभर

स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे पर सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव के इशारे पर स्वामी प्रसाद ड्रामा कर रहे हैं। राजभर का कहना है कि अगर स्वामी प्रसाद वास्तव में अखिलेश के व्यवहार से आहत हैं तो एमएलसी के पद से इस्तीफा क्यों नहीं दिया।

सुभासपा अध्यक्ष ने बलिया में मीडिया से बातचीत में कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा के संगठन का पद तो छोड़ दिया लेकिन सपा में बने रहेंगे। ये कौन सा सिद्धांत हैं। इससे स्पष्ट है कि यह स्वामी प्रसाद ने ये ड्रामा अखिलेश के इशारे पर किया है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव और स्वामी प्रसाद मिलकर मुसलमानों का वोट लेने के लिए ड्रामा कर रहे हैं।

पल्लवी पटेल ने वोट न देने का किया एलान

सपा विधायक और अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल ने पार्टी के राज्यसभा प्रत्याशी को वोट न देने का एलान कर दिया है। उनका कहना है कि समाजवादी पार्टी पीडीए के हकों के साथ न्याय नहीं कर रही है। इसलिए वह सपा को प्रत्याशियों को वोट नहीं देंगी। यह पूछे जाने पर कि इससे उनकी सदस्यता चली जाएगी।

उन्होंने कहा कि मैंने कभी सदस्यता के लिए राजनीति नहीं की। हमेशा वंचितों की हित की राजनीति की है। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य एक कद्दावर नेता हैं और उन पर पार्टी के अंदर लगातार हमले बोले जा रहे हैं।

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