लखनऊ । योगी सरकार ने प्रदेश की अब तक की सबसे बड़ी यूपी पुलिस भर्ती की परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए फुलप्रूफ प्लान बनाया है। इसके तहत योगी सरकार ने आरक्षी नागरिक पुलिस सीधी भर्ती की शनिवार और रविवार को दो पालियों में होने वाली परीक्षा को लेकर कड़े सुरक्षा प्रबंध किये हैं। हर परीक्षा केंद्र पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है जबकि केंद्र में अभ्यर्थियों की संख्या के अनुरूप केंद्र पर्यवेक्षक के रूप में पुलिस उपाधीक्षक से लेकर सब इंस्पेक्टर मौजूद रहेंगे। वहीं सीसीटीवी कैमरों से गहन निगरानी की जाएगी। साथ ही सभी अभ्यर्थियों के बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन के बाद भी उन्हे परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा।
परीक्षा सामग्री को लाने व ले जाने के लिए ग्रीन कारिडोर बनाया जाये :डीजीपी
डीजीपी प्रशांत कुमार ने पुलिस भर्ती परीक्षा को निष्पक्ष एवं शुचिता पूर्ण वातावरण में सम्पन्न कराने के लिए अधीनस्थ पुलिस अधिकारियों को निर्देश जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि परीक्षा केन्द्रों पर जिन पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगायी जाये उन्हे विधिवत ब्रीफ कर दिया जाये तथा यह सुनिश्चित कर लिया जाय कि ड्यूटियां समय से पहुंच जाए। परीक्षा केन्द्रों पर आने व जाने के रास्तो पर यातायात का सुचारू प्रबन्ध सुनिश्चित किया जाये। परीक्षा केन्द्रों पर लगे समस्त कर्मचारी ड्यूटी के दौरान फोटो युक्त पहचान पत्र साथ रखेगें।
सोशल मीडिया पर रखी जाएगी निगरानी
कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाये रखने के लिए यूपी-112 का व्यवस्थापन परीक्षा केन्द्रों के पास रखा जाये। रेलवे ,मेट्रो स्टेशन एवं बस व टैक्सी स्टैण्ड पर भीड़ नियंत्रण के लिए पूर्व से कार्ययोजना बनाकर आवश्यक कार्रवाई की जाए। परीक्षा सामग्री को लाने व ले जाने के लिए ग्रीन कारिडोर बनाया जाये। परीक्षा के दौरान या पूर्व सोशल मीडिया टीम 247 सोशल मीडिया के प्रत्येक प्लेटफार्म पर निगरानी रखें तथा मुख्यालय स्थित सोशल मीडिया टीम से समन्वय रखते हुये कोई आपत्तिजनक व भ्रामक पोस्ट का तुरंत संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करें।
परीक्षा के दौरान किसी प्रकार की अफवाह फैलाने वालों पर होगी कार्रवाई
डीजीपी ने निर्देश दिया है कि परीक्षा केन्द्रों पर आने वाले अभ्यर्थियों को परिवहन, आवास एवं भोजन की कोई समस्या न हो, इसकी भी व्यवस्था कर ली जाए। रेलवे, मेट्रो स्टेशन एवं बसों, टैक्सी स्टैण्ड तथा होटल एवं रेस्टोरेंट पर भीड़ प्रबंधन के लिए कार्ययोजना पहले से बना ली जाए। परिक्षा केंद्रों पर राजपत्रित अधिकारियों एवं मजिस्ट्रेटों की संयुक्त ड्यूटी लगाई जाए। महिला अभ्यर्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त संख्या में महिला पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाए। जनपदीय अभिसूचना तंत्र एवं सोशल मीडिया सेल को और अधिक सक्रिय एवं सतर्क रखा जाए।
उत्तर पुस्तिकाओं को पहुंचाने के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाये
परीक्षा के संबंध में किसी भी प्रकार की अफवाह अथवा आपत्तिजनक तथ्यों पर तत्काल संज्ञान लेते हुए उसका खंडन किया जाए तथा दोषियों को चिन्हित कर कानूनी कार्रवाई की जाए। विभिन्न होटलों, धर्मशालाओं, पार्कों, बस स्टॉपों एवं रेलवे स्टेशनों पर अभ्यर्थियों की आवाजाही के मद्देनजर प्रभावी पुलिस व्यवस्था एवं गश्त सुनिश्चित की जाए। परीक्षा के संबंध में नियमित तिथि एवं समय पर कड़ी व्यवस्था की जाये। परीक्षा केंद्रों पर पुरुष एवं महिला पुलिस बल की पर्याप्त व्यवस्था तथा परीक्षा केंद्रों तक प्रश्नपत्रों एवं उत्तर पुस्तिकाओं को पहुंचाने के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।
जिस प्रश्न की जानकारी हो उसी का ही दे जवाब, नहीं तो गलत पर कटेंगे नंबर
जानकारी के लिए बता दें कि परीक्षा में चार विषयों सामान्य ज्ञान, सामान्य हिंदी, संख्यात्मक एवं मानसिक योग्यता परीक्षा और मानसिक अभिरुचि, बुद्धिलब्धि एवं तार्किक क्षमता से संबंधित 150 प्रश्न होंगे। ओएमआर आधारित प्रश्न पत्र कुल 300 अंकों का होगा, जिसे दो घंटे में हल करना होगा। बोर्ड ने प्रत्येक सही उत्तर के लिए दो अंक निर्धारित किए हैं। साथ ही ऋणात्मक अंक का प्रावधान भी किया है। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए -0.5 ऋणात्मक अंक प्रदान किए जाएंगे। प्रत्येक पाली में प्रश्न पत्र अलग-अलग होगा। इसलिए भलाई इसी में है कि जिस प्रश्न के बारे में सही जानकारी हो उसी का जवाब दें।
75 जनपदों के 2385 सेंटर पर आयोजित की जा रही परीक्षा
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (यूपीपीआरपीबी) की अध्यक्ष डीजी रेणुका मिश्रा ने बताया कि योगी सरकार पुलिस बल को और मजबूती देने के लिए 60,244 पुलिस आरक्षी पदों पर भर्ती कर रही है, जिसकी परीक्षाएं 17 और 18 फरवरी को प्रदेश के सभी 75 जनपदों के 2385 सेंटर पर आयोजित की जा रही है। सीएम की मंशा के अनुरूप परीक्षा के लिए विभिन्न प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों की तैनाती की गई है। वहीं जनपद स्तर पर जिलाधिकारी जनपदीय पर्यवेक्षक (मजिस्ट्रेट) के रूप में कार्य करेंगे। उनके द्वारा परीक्षा केन्द्र ड्यूटी, सेक्टर मजिस्ट्रेट, स्टैटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती समेत अन्य प्रशासनिक व्यवस्थाएं की गयी हैं।
प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की रहेगी तैनाती
परीक्षा अपर जिलाधिकारी को सहायक नोडल अधिकारी (प्रशासन) के रूप में नियुक्त किया गया है जबकि 3 परीक्षा केंद्रों पर एक सेक्टर मजिस्ट्रेट की भी तैनाती हुई है। प्रदेश के जिन सेंटर पर एक हजार से अधिक अभ्यर्थी होंगे, वहां पुलिस उपाधीक्षक तैनात रहेंगे। वहीं एक हजार तक अभ्यर्थी वाले सेंटर पर इंस्पेक्टर और पांच सौ तक अभ्यर्थी वाले सेंटर पर सब इंस्पेक्टर को नियुक्त किया गया है। परीक्षा की शुचिता सुनिश्चित करने के लिए परीक्षा केन्द्र पर नियुक्त कर्मियों में से 50 प्रतिशत जिलाधिकारी और शेष 50 प्रतिशत केन्द्र व्यवस्थापक (प्रधानाचार्य) द्वारा नियुक्त किये गये हैं। इनमें परीक्षा सहायक प्रथम एवं द्वितीय जिलाधिकारी और केन्द्र व्यवस्थापक द्वारा नियुक्त किये जाएंगे जबकि 12 अभ्यर्थियों पर एक अंतरीक्षक को तैनात किया जाएगा। इसके साथ सहयाेगी अंतरीक्षक भी तैनात रहेंगे।
मोबाइल, ब्लूटूथ को निष्क्रिय करने के लिये लगेंगे जैमर
परीक्षा को पारदर्शी बनाने के लिए सही अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया जाए, इसके लिए तकनीक का प्रयोग किया जाएगा। इसके लिए परीक्षा केन्द्र पर अभ्यर्थियों की चैकिंग, फ्रिस्किंग एवं पर्यवेक्षण की उचित व्यवस्था की गई है। केंद्र पर अभ्यर्थियों को प्रवेश फिजिकल फ्रिस्किंग, एचएचएमडी द्वारा फ्रिस्किंग, बायोमैट्रिक फिंगर प्रिन्ट एवं फेशियल रिकॉग्निशन के बाद ही दिया जायेगा। वहीं फेशियल रिकॉग्निशन न होने पर एफआरआईएस कैप्चर करने की भी व्यवस्था की गई है। फेशियल रिकॉग्निशन में संशय होने पर अभ्यर्थी का आधार ऑथेंटिकेशन कराया जाएगा। इसके अलावा सभी केन्द्रों पर इलेक्ट्रानिक डिवाइसेज जैसे मोबाइल, ब्लूटूथ को निष्क्रिय करने के लिये जैमर लगाए जाएंगे। परीक्षा कक्ष एवं केन्द्र में सीसीटीवी लगाकर निगरानी की जा रही है, जिसका लाइव फीड केन्द्र के कन्ट्रोल रूम, जनपद के कन्ट्रोल रूम एवं भर्ती बोर्ड मुख्यालय के कन्ट्रोल रूम में प्राप्त होगी।
अन्य राज्यों के 6 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने किया था आवेदन
परीक्षा में कुल 48, 17,441 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, जिसमें 15,48,969 महिला अभ्यर्थी शामिल हैं। केंद्रों पर शनिवार 17 फरवरी को प्रथम और द्वितीय दोनों पालियों में 12,04, 360 अभ्यर्थियों की परीक्षा देंगे जबकि रविवार 18 फरवरी की प्रथम पाली में 12,04,361 व द्वितीय पाली में 12,04,360 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। इस परीक्षा में उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त अन्य राज्यों से 6 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है, जिसमें बिहार के 267305 अभ्यर्थी, हरियाणा के 74769 अभ्यर्थी, झारखण्ड के 17112 अभ्यर्थी, मध्य प्रदेश के 98400 अभ्यर्थी, दिल्ली के 42259 अभ्यर्थी, राजस्थान के 97277 अभ्यर्थी, उत्तराखण्ड के 14627 अभ्यर्थी, पश्चिम बंगाल के 5512 अभ्यर्थी, महाराष्ट्र के 3151 अभ्यर्थी तथा पंजाब के 3404 अभ्यर्थी शामिल हैं।
अभ्यर्थियों की सुरक्षा को लेकर एडीजी ने चारबाग रेलवे का किया निरीक्षण
आरक्षी नागरिक पुलिस सीधी भर्ती परीक्षा के लिए ट्रेनों से आने वाले अभ्यर्थियों की सुरक्षा एवं शांति व्यवस्था के मद्देनजर शुक्रवार एडीजी रेलवे यूपी जय नरायन सिंह द्वारा पुलिस अधीक्षक रेलवे प्रशांत वर्मा, अनुभाग लखनऊ, पुलिस उपाधीक्षक रेलवे प्रथम, लखनऊ विकास पाण्डे, पुलिस उपाधीक्षक रेलवे द्वितीय हृषीकेश यादव, प्रभारी निरीक्षक संजय खरवार थाना जीआरपी चारबाग व आरपीएफ निरीक्षक के साथ यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान देने में लिए जीआरपी, आरपीएफ के साथ प्लेटफार्म, ट्रेन व पार्किंग में भ्रमण और निरीक्षण करके पुलिस प्रबंध की समीक्षा अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए।
यातायात व्यवस्था के किये गए हैं बेहतर इंतजाम
पुलिस भर्ती को देखते हुए बसों की अतिरिक्त व्यवस्था की गई है। ताकि परीक्षार्थियों को आने-जाने में किसी प्रकार की दिक्कत न हो। इसके अलावा रेलवे और रोडवेज पर सिटी बसों की अतिरिक्त व्यवस्था की गई है। परीक्षार्थियों की संख्या अधिक देखते हुए परीक्षा दो पालियों में दो दिन कराई जाएगी। परीक्षा में यूपी के अलावा एमपी, हरियाणा, बिहार के भी बड़ी संख्या में अभ्यर्थी शामिल हो रहे हैं। परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए चारबाग लखनऊ जंक्शन पर हेल्प डेस्क बनाया गया है। साथ ही सिटी बसों पर तैनात कर्मियों की छुट्टियां कैंसिल कर दी गई है। परीक्षा के दोनों दिन चारबाग, कैसबाग से पचास-पचास अतिरिक्त रोडवेज बसें चलेंगी।