एसएमयूपी न्यूज ब्यूरो। उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में मंगलवार को राज्यसभा की 15 सीटों के लिए चुनाव हुए। इन राज्यों में एक-एक अतिरिक्त उम्मीदवार था। कर्नाटक में कांग्रेस के तीन और भाजपा के एक उम्मीदवार जीते, उत्तर प्रदेश में 8 भाजपा के और दो सपा के उम्मीदवार जीते और हिमाचल प्रदेश में एक सीट भाजपा के खाते में गई है। इस जीत से भाजपा में खुशी की लहर फैल गई है।

12 राज्यों में 41 उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए

चुनाव आयोग ने 15 राज्यों की 56 सीटों पर द्विवार्षिक चुनावों की घोषणा की थी। इनमें 12 राज्यों में 41 उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए।कर्नाटक में घोषित नतीजों को मुताबिक कांग्रेस के तीनों उम्मीदवार राज्यसभा चुनाव जीत गए। अजय माकन, डॉ सैयद नसीर हुसैन और जीसी चंद्रशेखर राज्यसभा सांसद बने। वहीं भाजपा के नारायण बंदगे भी राज्यसभा सदस्य बन गए हैं।हिमाचल प्रदेश की एक सीट पर कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी और कांग्रेस के ही बागी हर्ष महाजन के बीच मुकाबला था। दोनों सीटों पर मतदान के बाद 34-34 वोट दोनों उम्मीदवारों को पड़े। मुकाबला बराबरी पर रहने के पर्ची के जरिए नाम तय किया गया और हर्ष महाजन उसमें जीत गए।

यूपी में देर तक चली गिनती

उत्तर प्रदेश में देर तक गिनती चली। इसमें भाजपा के आठ और सपा के दो उम्मीदवार जीते। भाजपा की ओर से आरपीएन सिंह, सुधांशु त्रिवेदी, चौधरी तेजवीर सिंह, साधना सिंह, अमरपाल मौर्य, संगीता बलवंत, नवीन जैन चुनाव जीते। भाजपा के 8वें प्रत्याशी संजय सेठ भी चुनाव जीते। वहीं सपा से जया बच्चन, रामजी लाल सुमन चुनाव जीते और तीसरे प्रत्याशी आलोक रंजन चुनाव हार गए। राज्यसभा की 10 सीटों पर 11 प्रत्याशी मैदान में थे।

यूपी में भाजपा के आठों उम्मीदवार चुनाव जीते

उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों के लिए मंगलवार को हुए मतदान में भारतीय जनता पार्टी के आठों उम्मीदवार चुनाव जीत गए हैं।कांग्रेस के समर्थन के बावजूद समाजवादी पार्टी के तीसरे प्रत्याशी और पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन चुनाव हार गए। भाजपा के आरपीएन सिंह, अमर पाल मौर्य, तेजवीर सिंह, नवीन जैन, साधना सिंह, डॉ. सुधांशु त्रिवेदी व डॉ. संगीता बलवंत सिंह और सपा की जया अमिताभ बच्चन और रामजी लाल सुमन राज्यसभा पहुंच गए।

सुबह नौ बजे से शुरू हो गया था मतदान का सिलसिला

लोकसभा चुनाव की अधिसूचना घोषित होने से चंद दिन पहले भाजपा ने प्रदेश में सपा को झटका देकर न केवल एक अतिरिक्त सीट हासिल कर ली, बल्कि सात विधायकों को भी अपने पाले में शामिल कर लिया। राज्यसभा चुनाव के लिए मंगलवार को सुबह 9 बजे से मतदान का सिलसिला शुरू हुआ।

399 विधायकों को मतदान करना था, लेकिन सपा के दो और सुभासपा का एक विधायक जेल में होने के कारण वोट नहीं कर पाईं। जबकि, सपा की एक विधायक महराजी देवी मतदान करने नहीं आईं। मतदान करने वाले 395 विधायकों में से सपा के विधायक शहजिल इस्लाम का मत खारिज हो गया। वैध मतों के आधार पर मतगणना की गई। भाजपा के प्रत्याशियों को प्रथम वरीयता के 294 और सपा प्रत्याशियों को 100 मत मिले।

भाजपा आठ व सपा ने तीन उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारा था

राज्यसभा की 10 सीटों के लिए भाजपा ने आठ और समाजवादी पार्टी (सपा) ने तीन उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारा था। मतगणना के बाद भाजपा के सभी आठों और सपा के दो उम्मीदवार चुनाव जीते हैं। मतदान के दौरान क्रॉस वोटिंग की वजह से सपा के तीसरे उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा। चुनाव नतीजे आते ही भाजपा में उल्लास का माहौल है।

इनके द्वारा किया गया क्रास मतदान

सपा के मुख्य सचेतक मनोज पांडेय, विधायक राकेश प्रताप सिंह, अभय सिंह, राकेश पांडेय, पूजा पाल, विनोद चुतर्वेदी, आशुतोष मौर्य ने भाजपा प्रत्याशी संजय सेठ को मतदान किया। सुभापसा के विधायक जगदीश नारायण राय ने सपा को वोट दिया। जेल में बंद पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की विधायक पत्नी महराजी देवी ने मतदान नहीं किया। सूत्रों का कहना है कि महराजी ने भाजपा नेताओं से कहा था कि वह भाजपा प्रत्याशी को वोट नहीं देंगी लेकिन वह पार्टी की मदद के लिए मतदान ही नहीं करेंगी। उनके मतदान नहीं करने का फायदा भी भाजपा को ही हुआ।

भाजपा व भाजपा उम्मीदवार

भाजपा के उम्मीदवार अमरपाल मौर्य – 38 मत,तेजवीर सिंह – 38 मत,नवीन जैन – 38 मत,आरपीएन सिंह – 37 मत, साधना सिंह – 38 मत, सुधांशु त्रिवेदी – 38 मत, संगीता बलवंत – 38 मत, संजय सेठ – 29 मत मिले है। इसी प्रकार से सपा के उम्मीदवार जया बच्चन – 41 मत, राम जी लाल सुमन – 40 मत तथा आलोक टंडन – 19 मत (चुनाव हारे)।

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