सम्भल । अलीजान जमीयत मुस्लिमीन एजूकेशनल सोसाइटी द्वारा संचालित मदरसा मौलाना मौहम्मद अली जौहर में हिन्दुस्तान की आज़ादी के लिए अपना सर्वस्य न्याछावर करने वाले सच्चे वतन परस्त शहीद मौलाना मौहम्मद अली जौहर के 145-वे जन्मदिन के उपलक्ष्य में मदरसा मौलाना मौहम्मद अली जौहर के तत्वाधान में गामा पहलवान महिला पुरुष कुश्ती ग्रामीण खेलकूद प्रशिक्षण एकेडमी द्वारा आयोजित 16-वे जौहर महोत्सव का समापन आज नशामुक्त भारत, दहेज़ एक अभिशाप बेटियां भी बेटों से कम नहीं बेटी वचाओ, बेटी पढ़ाओ, कन्याभ्रूण हत्या दहेज़ मुक्त भारत, आतंकवाद, अलगाववाद, उग्रवाद, नक्सलवाद मुक्त भारत के संकल्प के साथ हुआ।

युवाओं में राष्ट्र प्रेम की भावना को जागृत करने का कर रहे काम : फिरोज

इस अवसर मदरसा प्रबंधक मौहम्मद फ़िरोज़ खान हिन्दुस्तानी नें कहा हमारा उद्देश्य नशे में आकंठ डूबे हुए देश के उज्जवल भविष्य, नई नस्ल को तमाम प्रकार के नशे से दूर रखना और जो बच्चे अपने मां बाप की ग़रीबी के कारण स्कूल जाने में असमर्थ हैं, क़लम से वंचित अनाथ वेसहारा बच्चों के हाथों मुफ़्त क़लम सौंपकर उनको शिक्षित कर उनका मानसिक, शारीरिक एंव आत्मिक विकास कर उनके दिलों में अपने वतन हिन्दुस्तान की मोहब्बत पैदा करना व राष्ट्र प्रेम की भावना को जागृत कर उन्हें राष्ट्र की मुख्यधारा से जोड़ना है।

दहेज सभ्य समाज के लिए बदनुमा दाग : आस मौहम्मद

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए विकास विकलांग सेवा समिति के अध्यक्ष आस मौहम्मद ने कहा की बहुत ही दुर्भाग्य और शर्म की बात है की जिन बहन बेटियों की ज़िन्दगी अपनी ससुरालों में गुज़रनी चाहिए थी वो मां बापों की ग़रीबी लाचारी, बेबसी की वजह से लाइलाज बीमारी नासूर बन चुके दहेज़ को ना दे पाने के कारण उनके मां बाप के घरों में गुज़र रही। यह सभ्य समाज के माथे पे लगा बदनुमा दाग़ एक कलंक है ।हम मदरसा मौलाना मौहम्मद अली जौहर की दहेज़मुक्त कन्याभ्रूण हत्या दहेज़ मुक्त भारत की पहल का स्वागत करते हैं समर्थन करते हैं ।

पहलवानों को पगड़ी एवं पटका पहनाकर किया सम्मानित

जनाब नईम प्रधान मदाला फत्तेपुर ने युवाओं से आपस में मिलजुल कर रहने का आहवान मजहब-ए-इस्लाम के संस्थापक हज़रत मौहम्मद (स.अ.व) के कथन वतन की मोहब्बत ईमान का सुबूत है का हवाला देकर किया । इस अवसर पर डॉ.फैज़ान शाही आदि ने भी विचार व्यक्त किए। प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम के अंतर्गत टीम नरेश यादव के सदस्यों जनाब सुखवीर राष्ट्रवादी, जनाब ग़ौरव यादव एंव त्यागी स्पोर्ट्स कॉलेज के संस्थापक आर्य भोले सिंह त्यागी, कुश्ती प्रेमी जनाब डॉ.आनंद राघव, बबलू पहलवान, जाबुल पहलवान आदि तीन दर्ज़न प्रतिभाशाली जनों एंव विश्व पटल पर केवल हिन्दुस्तान का ग़ौरव बढ़ाने वाले बल्कि हिन्दुस्तान किया महिला पहलवानों का लोहा मनवाने वाले कुश्ती कोच त्यागी स्पोर्ट्स कॉलेज के संस्थापक जनाब भोले सिंह त्यागी व पहलवानों को एडवोकेट फैसल खान ने पगड़ी एंव पटका पहनाकर सम्मानित किया।

केसरी व दानिश पहलवान के बीच बराबरी का मुकाबला

अध्यक्षता डॉ. आनन्द राघव ने रेफरी का दायित्व जनाब संजय पहलवान ने निभाया संचालन एडवोकेट फैसल खान किया। देश की मिट्टी से जुड़े, हिन्दुस्तान की विधा से ओतप्रोत खेल कुश्ती के रोमांचक महामुकाबले के अंतर्गत प्रथम मुकाबला डम्पू पहलवान राजस्थान केसरी व दानिश पहलवान उत्तर प्रदेश केसरी के मध्य 20-मिनट तक चला जोकि बराबरी पर समाप्त हुआ, दूसरा मुकाबला आसिफ गाजी पहलवान अलीगढ़ केसरी व रोहित पहलवान मुज़फ्फरनगर के मध्य हुआ। जिसमें आसिफ गाज़ी अलीगढ़ ने रोहित पहलवान को चित्त कर मुकाबला जीत लिया। तीसरा मुकाबला संजय पहलवान दिल्ली व वाली पहलवान भरतपुर राजस्थान के मध्य 15-मिनट तक चला जोकि बराबर रहा। चौथा मुकाबला लाला पहलवान दिल्ली, व काला पहलवान मुज़फ्फरनगर के बीच हुआ। जिसमें लाला पहलवान दिल्ली विजयी रहे, इसके अतिरिक्त लगभग चार दर्ज़न से अधिक रोचक कुश्ती मुकाबले देखने को मिले।

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