लखनऊ। तीर्थराज प्रयाग और मौनी अमावस्या का स्नान, जिसमे देश विदेश से लाखों की संख्या में तीर्थयात्रियों का आना शुरू है। तीर्थयात्रियों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े इसके लिए यूपी-112 प्रयागराज पुलिस के साथ लगातार कार्य कर रही है। इस वर्ष तकनीकी सेवाओं को बढ़ाते हुए यूपी-112 न सिर्फ जमींन पर नागरिकों की सुरक्षा व सहायता के लिए तत्पर है बल्कि जल की धारा में भी इमरजेंसी रिस्पांस बोट के साथ तैयार है।

मोबाइल डाटा टर्मिनल से लैस हैं बोट

तीर्थयात्रियों को स्नान के दौरान नदी की धारा में सहायता पहुंचाने के लिए यूपी-112 पुलिस रेस्पोंस वह्किल (पीआरवी) की तर्ज पर पहली बार इमरजेंसी रिस्पांस बोट का सहारा लिया है। ये बोट मोबाइल डाटा टर्मिनल (एमडीटी) से लैस हैं. बोट की एमडीटी को यूपी-112 के कंट्रोल रूम से कनेक्ट किया गया है, ताकि आपात स्थिति में कोई भी सूचना तत्काल बोट तक भेजी जा सके. इसके अतिरिक्त तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए प्रयागराज में 3 इन्फोर्मेशन सेंटर भी बनाए गए है। जहां यात्रियों को मेला क्षेत्र से जुड़ी सभी जानकारियां और आपात सहायता उपलब्ध करवायी जा रही है।

यूपी-112 कर्मियों को दिया गया है विशेष प्रशिक्षण

माघ मेलर में आने वाले तीर्थयात्रियों की सुरक्षा व सहायता के लिए प्रदेश भर से 200 से अधिक पीआरवी कर्मियों और 45 पीआरवी को तैनात किया गया है। मेला क्षेत्र की सुरक्षा और नागरिकों से बेहतर व्यवहार करने के लिए पीआरवी कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। तीर्थयात्रियों की सहायता के लिए मेला क्षेत्र में यूपी-112 का स्टाल भी लगाया गया है, जहां नागरिकों को यूपी-112 की विभिन्न सेवाओं की जानकारी प्रदान की जा रही है। एडीजी- यूपी 112 नीरा रावत ने बताया कि यूपी-112 माघ मेले में प्रयागराज पुलिस के साथ मिलकर कार्य कर रही है। हमारा उद्देश्य है कि देश-विदेश से आने वाले नागरिक उत्तर प्रदेश के अच्छे अनुभव के साथ वापस जाएं।

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