लखनऊ ।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को यहां उनके सरकारी आवास पर भारतीय पुलिस सेवा के वर्ष 2021 एवं वर्ष 2022 बैच के परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने भेंट की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर परिवीक्षाधीन अधिकारियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। ज्ञातव्य है कि इन अधिकारियों को यूपी कैडर अलॉट हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवीक्षाधीन पुलिस अधिकारियों को थाने की कार्यपद्धति, सर्किल से समन्वय व पुलिस लाइन की कार्यपद्धति की जानकारी अनिवार्य रूप से हो।

सभी पुलिस अधिकारी मेरिट के अनुसार कार्य करें: योगी

पुलिस कमिश्नर व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इन पुलिस अधिकारियों को कम से कम तीन माह अपने साथ अवश्य रखें और परिवीक्षाधीन पुलिस अधिकारी उनके अनुभवों का लाभ लें। इन पुलिस अधिकारियों को अलग-अलग कार्यों की जिम्मेदारी दी जाए। सभी पुलिस अधिकारी मेरिट के अनुसार कार्य करें।मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास के लिए मजबूत सुरक्षा एवं कानून-व्यवस्था बहुत आवश्यक है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश देश में लॉ एण्ड ऑर्डर के संदर्भ में एक मॉडल स्टेट बन चुका है। परिणामस्वरूप देश व दुनिया से निवेश उत्तर प्रदेश में आ रहा है।

आज लोगों की सोच में परिवर्तन आया है : सीएम

यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 से अब तक हमें लगभग 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्राप्त हो चुके हैं। प्रदेश सरकार शीघ्र ही 10 लाख करोड़ रुपये के कार्यों का शिलान्यास करने जा रही है। इससे लोगों को रोजगार भी मिलेगा। आज लोगों की सोच में परिवर्तन आया है।

उत्तर प्रदेश पुलिस को प्रदेश के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता से संवाद स्थापित करने की क्षमता अधिकारियों को सफल बनाती है। संवाद से बड़ी से बड़ी चुनौतियों का सामना किया जा सकता है। जनता के साथ पुलिस का व्यवहार अत्यन्त महत्वपूर्ण है, क्योंकि पुलिस और जनता का आमना-सामना निरन्तर होता रहता है। उन्होंने सभी परिवीक्षाधीन अधिकारियों को जनता के साथ मधुर व्यवहार करने की सलाह दी।

अधिकारियों को पीड़ित लोगों के साथ न्याय करना होगा

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब इन अधिकारियों का कैरियर शुरू हो रहा है और उन्हें 30-35 साल नौकरी करनी है। इसलिए उन्हें अपनी कार्यप्रणाली और क्षमताओं पर ठीक से फोकस करना होगा। नौकरी के प्रथम 5 से 10 वर्ष इन अधिकारियों के कैरियर के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण होंगे और उसकी दिशा तय करेंगे। इसलिए उन्हें अपनी सत्यनिष्ठा हर हाल में बनाये रखनी चाहिए। पुलिस की वर्दी पहनने के बाद उन्हें भारतीय संविधान के प्रति अपनी जिम्मेदारी भलीभांति निभानी होगी और पीड़ित लोगों के साथ न्याय करना होगा।

प्रशिक्षु आईपीएस से लोगों से अच्छा व्यवहार करने को सीएम ने कहा

मुख्यमंत्री ने सभी प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों के साथ संवाद स्थापित करने के अलावा अच्छा व्यवहार करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था के प्रभावी क्रियान्वयन में इन अधिकारियों की विशेष भूमिका होगी। इसलिए वे सजग रहते हुए अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें और जनहित में शासन द्वारा लागू आदेशों का अनुपालन भी सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों को अपने कैरियर के दौरान अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा, जिनके प्रभावी समाधान के लिए उन्हें हमेशा तैयार रहना होगा।

किसी भी चुनौती के दौरान भ्रम से हमेशा बचें

सीएम योगी ने कहा कि सावधानी, ईमानदारी और प्रतिबद्धता उन्हें इन चुनौतियों से निपटने में बहुत मदद करेंगी। इनके माध्यम से आउटस्टैण्डिंग ऑफिसर्स विपरीत परिस्थितियों में भी बेहतरीन काम करते हैं। उन्होंने अपेक्षा की कि यह अधिकारी पुलिस फोर्स को प्रभावी नेतृत्व प्रदान करेंगे। किसी भी चुनौती के दौरान भ्रम से हमेशा बचें। पुलिस की कार्यप्रणाली और व्यवहार से ही उसकी छवि स्थापित होती है, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि जनता की जरूरतों और समस्याओं से परिचित होकर उनका प्रभावी समाधान किया जा सकता है।

उत्तर प्रदेश पुलिस देश का सबसे बड़ा पुलिस बल है: सीएम

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस देश का सबसे बड़ा पुलिस बल है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश पुलिस के आधुनिकीकरण के लिए अथक प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा, पुलिस फोर्स के लिए बुनियादी सुविधाएं भी बढ़ायी जा रही हैं। पहले की पुलिसिंग और अब की पुलिसिंग में बहुत अन्तर है। प्रदेश से माफिया व गुण्डाराज समाप्त हो चुका है। तकनीकी से जहां सुविधा होती है, वहीं दुविधा की स्थिति भी उत्पन्न होती है। साइबर अपराध व अवैध ड्रोन परिचालन चुनौती के रूप में सामने आए हैं। परिवीक्षाधीन पुलिस अधिकारी तकनीक के इस्तेमाल को बेहतर तरीके से सीखें तथा साइबर अपराधों की मॉनीटरिंग करें। हमें समय के अनुरूप चलना होगा तथा सीखने के नये तरीकों को विकसित करना होगा।

नियमानुसार प्रतिदिन जनता से मिले अधिकारी

मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों को जन सुनवाई को प्रभावी बनाने के लिए नियमानुसार प्रतिदिन जनता से मिलने के लिए कहा। जनता उनके लिए ‘इंटेलीजेन्स’ का प्रभावी स्रोत बन सकती है। इसके लिए जनता से लगातार संवाद स्थापित करना होगा तथा फील्ड पर अधिकाधिक समय देना होगा। सभी अधिकारी अपनी छवि के प्रति अत्यन्त सजग रहें। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस अधिकारियों को अपने दायित्वों का भली प्रकार निर्वहन करने के लिए मेहनती और तेजी से फैसले लेने में सक्षम होना चाहिए।

थानों की व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त हो, साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखा जाए

अधिकारियों को मानवीय दृष्टिकोण रखते हुए कानून के हित में कार्य करना होगा। नवनियुक्त अधिकारियों को बगैर किसी भेदभाव अथवा पक्षपात के जनसहभागिता के आधार पर जनहित के लिए काम करना होगा। इससे वे जनता का भरोसा हासिल करते हुए एक कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी के रूप में अपनी पहचान कायम करने में सफल होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के प्रत्येक वर्ग की समस्याओं का समाधान व्यावहारिकता के आधार पर किया जाए। थानों की व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त हो, साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखा जाए। थाने में आए फरियादियों के लिए बेहतर इंतजाम सुनिश्चित किए जाएं।

ट्रैफिक व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाए

सीएम ने कहा कि ट्रैफिक व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाए। पुलिस लाइन में नियमित परेड, साफ-सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करें। हमारी पुलिस लाइन्स उत्तर प्रदेश पुलिस की विरासत को संजोने का माध्यम हो सकती हैं। इस दिशा में बेहतर कार्य किए जाएं। पुलिस अधिकारी इस प्रकार कार्य करें कि लोगों के मन में पुलिस के प्रति सम्मान का भाव विकसित हो। परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने मुख्यमंत्री जी को आश्वस्त किया कि उनकी अपेक्षाओं के अनुरूप वे अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे। इस अवसर पर प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना संजय प्रसाद, पुलिस महानिदेशक विजय कुमार, डीजी लॉ एण्ड ऑर्डर प्रशान्त कुमार सहित पुलिस के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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