चंदौली। जिले के सकलडीहा थाना क्षेत्र अंतर्गत विशुनपुरा गांव से एक हृदय विदारक दर्दनाक घटना सामने आ रही है। भूख से तड़प रहे चार वर्षीय बालक ने जब खाने की जिद की तो पिता ने उसे छत से नीचे फेंक दिया। जिससे बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजन बच्चे को निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले गए तो उसने पहुंचकर बेटे का इलाज खुद कराने की बात कहकर बच्चे को उठा ले गया। इसके पश्चात गांव पहुंचकर बच्चे के साथ कुएं में कूद गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने काफी खोजबीन के पश्चात पिता का शव बाहर निकाल लिया है, लेकिन बच्चे की तलाश जारी है। मौके पर जारी रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए गोताखोरों की टीम भी पहुंच गई है।
विशुनपुरा कला गांव का मामला, यह है पूरी कहानी
विशुनपुरा कला गांव निवासी अवकाश प्राप्त सैनिक स्व. दरोगा सिंह का बेटा आशुतोष सिंह (36 वर्ष) पांच बहनों का इकलौता भाई था। बहनों की शादी हो चुकी है। आशुतोष की दो शादियां हुई हैं। पहली शादी धीना थाना के कपसिया निवासिनी महिला से हुई थी। लेकिन वह अपने पति को छोड़कर चली गई। इसके पश्चात आशुतोष की दूसरी शादी गाजीपुर के गहमर निवासी खुशबू से हुई है। उससे एक चार वर्षीय पुत्र है। पति – पत्नी के बीच आए दिन हो रहे विवाद से अजीज खुशबू पति को छोड़कर मायके में रहने लगी। चार वर्षीय भतीजे की अच्छी देखभाल और परविश के लिए आशुतोष की बहन शीला अपने साथ महेषी ले गई, लेकिन चार दिन पहले आशुतोष अपनी बहन के यहां पहुंचकर अपने पुत्र को वापस ले आया।
खाना मांगने पर पिता हो गया क्रोधित फिर जानिये क्या किया
आशुतोष की मां ने बताया कि सोमवार की दोपहर बच्चे ने पिता से खाना मांगा तो वह क्रोधित हो उठा और बच्चे को दो मंजिला छत से नीचे फेंक दिया। गंभीर रूप से जख्मी बच्चे को ग्रामीण निजी अस्पताल में ले गए तो आशुतोष वहां भी पहुंच गया और बेटे का इलाज खुद कराने की बात कहकर उसे लेकर चल दिया। गांव पहुंचकर उसने नहर किनारे स्थित कुएं में बेटे समेत छलांग लगा दी। इस दौरान खेत में काम कर रहे ग्रामीणों ने देखा तो शोर मचाने लगे। सूचना मिलते ही सकलडीहा सीओ रघुराज, थाना प्रभारी राजीव सिंह मयफोर्स समेत मौके स्थल पर पहुंच गए।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा
गोताखोरों और अग्निशमन दल भी मौके पर पहुंच दोनों की तलाश में जुट गई। काफी तलाश के बाद आशुतोष का शव बरामद हो गया। लेकिन बेटे की तलाश अभी भी जारी है। खबर लिखे जाने तक बेटे का शव बरामद नहीं हुआ । अंधेरे की वजह से कठिनाई होने के कारण अगले दिन तलाश की बात कहकर पुलिस चली गई। आशुतोष का शव पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पिता मानसिक रूप से था परेशान और नशे का था आदी
मामले के संबंध में सीओ रघुराज ने बताया कि आशुतोष मानसिक रूप से परेशान था और नशे का आदी भी था। किसी बात से खुन्नस खाकर उसने बेटे के साथ कुंए में छलांग लगा दी। आशुतोष का शव बरामद हो चुका है, बेटे के शव की तलाश जारी है। आगे पोस्टमार्टम के आधार पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।