लखनऊ । एसटीएफ उत्तर प्रदेश को वेबसाइट एवं साफ्टवेयर के माध्यम से कूटरचित जन्म, मृत्यु प्रमाण-पत्र बनाने एवं आधार कार्ड संशोधित करने की फ्रेंचाइजी देने वाले संगठित गिरोह के दो सदस्यों को गाजियाबाद से गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम नितेश पुत्र लालबहादुर निवासी ग्राम-गोमीखेडा थाना गोसाईगंज,लखनऊ, विशाल कुमार मोदनवाल पुत्र रघुनाथ निवासी ग्राम अफलेपुर थाना सरायख्वाजा, जौनपुर। इनके कब्जे से दो लैपटॉप, तीन मोबाइल फोन, दो आधार कार्ड, दो पैन कार्ड, 13 कूटरचित दस्तावेज, एक डीएल, एक मुहर और 740 रुपये नकद बरामद किया है।

इस तरह एसटीएफ का मिल रही थी सूचना

एसटीएफ उत्तर प्रदेश को विगत काफी समय से फर्जी वेबसाइट एवं साफ्टवेयर के माध्यम से कूटरचित जन्म, मृत्यु प्रमाण-पत्र बनाने (इन्ही प्रमाण पत्रों के माध्यम से कूटरचित आधार कार्ड, विभिन्न सरकारी योजनाओं का अनाधिकृत तरीके से लाभ लेने व विभिन्न बीमा कम्पनियों से क्लेम लेने में प्रयोग करने के लिए ) की सम्पूर्ण भारत में सैकड़ों की संख्या में फ्रेंचाइजी देने वाले संगठित गिरोह के सक्रिय होने की सूचनाएं प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ यूपी की विभिन्न टीमाें व इकाईयों को आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। जिसके अनुपालन में विशाल विक्रम सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ, यूपी के पर्यवेक्षण में निरीक्षक संजय सिंह के नेतृत्व में एसटीएफ मुख्यालय स्थित साइबर टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्रवाई प्रारम्भ की गयी तथा अभिसचूना तन्त्र को सक्रिय किया गया।

छह अभियुक्तों को एसटीएफ पहले कर चुकी है गिरफ्तार

30 नवंबर दो दिसंबर को एसटीएफ को वेबसाइट एवं साफ्टवेयर के माध्यम से कूटरचित जन्म, मृत्यु एवं कोविड वैक्सीन प्रमाण-पत्र बनाने (इन्ही प्रमाण पत्रों के माध्यम से सम्भावित कूटरचित आधार कार्ड, विभिन्न सरकारी योजनाओं का अनाधिकृत तरीके से लाभ लेने व विभिन्न बीमा कम्पनियों से क्लेम लेने में प्रयोग) की सम्पूर्ण भारत में 436 फ्रेंचाइजी देने वाले संगठित गिरोह के मास्टरमाइंड सहित छह अभियुक्ताें को गाजियाबाद व लखनऊ से गिरफ्तार कर भारी मात्रा में कूटरचित जन्म प्रमाणपत्र, मृत्यु प्रमाणपत्र व इस कार्य में प्रयुक्त इलेक्ट्रानिक उपकरण व कूटरचित दस्तावेज बरामद करने में सफलता प्राप्त हुई थी। गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ व तकनीकी जांच में प्रकाश में आये इसी गिरोह के दो सदस्यों को 19 जनवरी को एसटीएफ टीम द्वारा गेट नम्बर एक तिराहा ट्रोनिका सिटी गाजियाबाद से गिरफ्तार किया गया।

आधार कार्ड करेक्शन करने का एडमिन पैनल ले रखे थे

पूछताछ में गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों ने बताया कि हम लोगों ने टेलीग्राम पर एक व्यक्ति से कूटरचित जन्म, मृत्यु प्रमाण-पत्र एवं आधार कार्ड करेक्शन करने की वेबसाइट एवं साफ्टवेयर का एडमिन पैनल ले रखे थे। जिसका प्रयोग कर कूटरचित, फर्जी जन्म प्रमाण पत्र एवं मृत्यु प्रमाण पत्र लैपटाप एवं डेस्कटाप के माध्यम से बनाते है। व्हाटसएप ग्रुप, टेलीग्राम के माध्यम से आम जनता, जनसुविधा केन्द्रों से सम्पर्क करते है। हम लोगों द्वारा yasirprint.site, csrogri.gov.in.index.authe.co.in ,एवं balajiupdate.online आदि वेबसाइटों के माध्यम से कूटरचित व फर्जी जन्म व मृत्यु प्रमाण-पत्र बनाये जाते हैं व आधार कार्ड में करेक्शन किया जाता है। अभियुक्त नितेश ने यह भी बताया की मैने रहमतनगर अमेठी थाना गोसांईगंज जनपद लखनऊ में श्री बालाजी नाम से जनसुविधा केंद्र खोल रखा है। जिससे यह दस्तावेज तैयार करता हूॅ व लोगों को इसकी फेंचाइजी देता हूं।

बरामद कूटरचित दस्तावेजों का फारेंसिक परीक्षण कराया जायेगा

गिरोह के अन्य सदस्यों की गतिविधियों व उनके द्वारा फर्जी तरीके से बनाये गये जन्म प्रमाण पत्र के आधार पर सम्भावित बनाये गये आधार कार्ड के सम्बन्ध में UIDAI से जानकारी प्राप्त की जा रही है व विभिन्न सरकारी योजनाओं का अनाधिकृत तरीके से लाभ लेने व विभिन्न बीमा कम्पनियों से क्लेम लेने में प्रयोग कूटरचित मृत्यु प्रमाणपत्र के सम्बन्ध में सम्बन्धित विभाग से जानकारी प्राप्त करते हुए गैंग के अन्य सदस्यों के विरूद्ध वैधानिक कार्रवाई की जायेगी। बरामद कूटरचित दस्तावेजों का फारेंसिक परीक्षण कराया जायेगा।गिरफ्तार अभियुक्तों को थाना ट्रोनिका सिटी, कमिश्नरेट गाजियाबाद को सौंप दिया गया है। अग्रिम कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।

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