लखनऊ । एसटीएफ यूपी को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले तस्करों को 16.5 किलो चरस जिसकी अन्तर्राष्ट्रीय मूल्य लगभग 83 लाख रूपये के साथ गिरफ्तार किया गया है।गिरफ्तार अभियुक्त का नाम विमल राजपूत पुत्र विशून लाल राजपूत, जितेन्द्र पुत्र स्व.लाल सिंह, आशीष यादव पुत्र स्व. दलजीत सिंह यादव, योगेन्द्र सिंह यादव पुत्र रामपाल सिंह यादव है। सभी अभियुक्त कानपुर देहात के रहने वाले हैं। एसटीएफ ने इसके कब्जे से 16.5 किलो चरस, 4500 रुपये नकद, चार पेन कार्ड, दो डीएल, तीन आधार कार्ड, तीन मोबाइल फोन, चार एटीएम कार्ड, एक ब्रेजा कार बरामद किया गया है। एसटीएफ ने इन्हें इटौरा दर्शन नगर मोड थाना पूराकलन्दर जनपद अयोध्या से रविवार की देर रात पकड़ा है।
मादक पदार्थ की तस्करी की एसटीएफ को मिल रही थी सूचना
एसटीएफ उत्तर प्रदेश को विगत काफी समय से उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदाें में मादक पदार्थाे की तस्करी करने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचनायें प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की इकाईयों व टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। इसी क्रम में सत्यसेन यादव, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ यूपी, लखनऊ के पर्यवेक्षण में एसटीएफ मुख्यालय में एक टीम गठित कर सूचना एकत्र की जा रही थी।
इसी क्रम क्रम में एक टीम जनपद अयोध्या में मौजूद थी। इस दौरान ज्ञात हुआ कि कुछ व्यक्ति नेपाल राष्ट्र से अवैध मादक पदार्थ (चरस) लेकर जनपद कानपुर जाने वाले है, यदि शीघ्रता किया जाय तो पकड़ा जा सकता है। इस सूचना पर टीम बताये स्थान पर पहुंचकर स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर चेकिंग करने लगे। कुछ समय पश्चात मुखबिर की बतायी हुयी कार आती दिखायी दी। जिसे रोककर चेक किया गया तो उक्त कार से 16.5 किग्रा. चरस बरामद हुयी तथा कार में बैठे चारों अभियुक्तों को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया जिनके पास से उपरोक्त बरामदगी हुयी।
नेपाल से लाकर कानपुर बेचने जा रहे थे
गिरफ्तार अभियुक्तों ने संक्षिप्त पूछताछ पर बताया कि यह अवैध मादक पदार्थ (चरस) इन लोगों द्वारा नेपाल से लाकर कानपुर के मनोज तिवारी के साथ मिलकर बेचने का कार्य करते है। यह कार्य काफी वर्षो से कर रहे है। इस कार्य से ही इनका जीवन यापन किया जाता है तथा गिरफ्तार अभियुक्त आशीष यादव ने बताया कि उक्त वाहन उसका है जिसे वह कानपुर के मनोज तिवारी के कहने पर ही अवैध मादक पदार्थ (चरस) को लाने ले जाने के लिए प्रयोग करता है। गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ पूरा कलन्दर में मुकदमा दर्ज करा दिया गया है।