लखनऊ। एसटीएफ यूपी को जनपद अलीगढ़ में आयोजित कार्यशाला कर्मचारी, सहायक परिचालक, प्रधान परिचालक, प्रधान परिचालक यांत्रिक-2022 की परीक्षा में तकनीकी छेड़छाड़ कर अन्य स्थान से स्कीन शेयरिंग के माध्यम से नकल कर परीक्षा देने वाले परीक्षार्थी को परीक्षा देते हुए गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई। अभियुक्त का नाम अरूण प्रताप सिंह उर्फ छोटू पुत्र हरेन्द्रपाल सिंह निवासी ग्राम हयातपुर हिगोटिया मीर की नगरिया थाना लोधा जनपद अलीगढ़ है। इसके कब्जे से चार परीक्षा संबंधी दस्तावेज छायाप्रति, एक सीपीयू, एक आधार कार्ड, एक डीएल, पांच रुपये नकद बरामद किया।
अलीगढ़ में हो रही थी परीक्षा
एसटीएफ यूपी को विभिन्न परीक्षाओं में सेंध लगाने वाले गिरोह व अपराधियों के सक्रिय होकर परीक्षाओं में सेंध लगाने की घटनाओं को अंजाम दिये जाने की सूचनायें प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। जिसके अनुपालन में राकेश, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ फील्ड इकाई आगरा के पर्यवेक्षण में एक टीम काम कर रही थी। एसटीएफ टीम को मुखबिर के माध्यम से ज्ञात हुआ कि पीएमसी आॅनलाइन एक्जाइमनेशन सेन्टर थाना लोधा अलीगढ़ में परीक्षार्थी की स्कीन शेयरिंग के माध्यम के 29 जनवरी को आयोजित कार्यशाला कर्मचारी , सहायक परिचालक, प्रधान परिचालक, प्रधान परिचालक यांत्रिक-2022 की परीक्षा में एक अभ्यर्थी द्वारा स्क्रीन शेयरिंग के माध्यम से परीक्षा दिया जा रहा है।
एसटीएफ ने फर्जी दस्तावेज किया बरामद
इस पर टीम मुखबिर द्वारा बताये गये स्थान पर पहुंचकर व स्थानीय पुलिस को साथ लेकर उक्त परीक्षा केन्द्र के आॅवजर्वर से उक्त प्राप्त रोल नंबर व नाम के परीक्षार्थी के बारे में जानकारी प्राप्त की गई तो ज्ञात हुआ कि अरूण प्रताप सिंह उर्फ छोटू लैब नंबर-एक सिस्टम नंबर-छह पर बैठा है। जहां पहुंचकर देखा गया तो उसके द्वारा स्क्रीन शेयरिंग के माध्यम से परीक्षा दिया जा रहा था, इस पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
12 लाख में रुपये में पास कराने का तय हुआ था सौदा
अभियुक्त अरूण प्रताप सिंह उपरोक्त से स्क्रीन शेयर के सम्बन्ध में पूछताछ की गई तो बताया कि मुझे देवा निवासी वादवामिनी, थाना गोण्डा, जनपद अलीगढ़ व उसके साथी से 12 लाख रुपए में स्क्रीन शेयर कर परीक्षा पास कराने की बात हुई थी। उसने यह बोला था कि तुम अपनी सीट पर बैठे रहना और तुम्हारा पेपर हम लोग स्क्रीन शेयर कर साल्व कर देगें।गिरफ्तार अभियुक्त के विरूद्ध थाना-लोधा जनपद अलीगढ़ को सौंप दिया गया गया है। अग्रिम विधिक कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है। इस गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे है।
नकल कराने के एवज में ठगी कराने के बात निकल कर आयी सामने
संदर्भित परीक्षा से संबधित मूल पेपर में 160 प्रश्न जारी किये गये है जबकि अभ्यर्थी से संबधित वीडियो के प्रष्नपत्र में 200 प्रश्न वर्णित है।अभ्यर्थी से संबधित वीडियो में दर्शाया गया परीक्षा कोड संदर्भित परीक्षा कोड से भिन्न है। अभ्यर्थी के सम्बधित प्रश्न जिसे हल किया जाना वीडियो में प्रदर्षित है, उक्त प्रश्न संदर्भित परीक्षा के मॉक टेस्ट (अभ्यास) में अंकित प्रश्न है।
गहनता से की गयी छानबीन से यह स्पष्ट ज्ञात हुआ कि परीक्षा व भर्ती की प्रक्रिया से संबधित शुचिता से कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है एवं उपरोक्त भर्ती व परीक्षा प्रक्रिया में स्क्रीन शेयरिंग की घटना व अपराध नहीं हुआ है बल्कि उक्त धटना अभ्यर्थी द्वारा भर्ती में नकल कराने के एवज में ठगी कराने के संबधित होना ज्ञात हुआ है। गिरफ्तार अभियुक्त के विरूद्ध थाना-लोधा जनपद अलीगढ़ पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे है।