लखनऊ । एसटीएफ यूपी को थाना कोतवाली जनपद सहारनपुर क्षेत्र से नशीली व प्रतिबन्धित दवाओं की तस्करी करने वाले अर्न्तराज्यीय गैंग के दो सदस्यों को भारी मात्रा में नशीली दावाओं के साथ गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम शाहबाज पुत्र सरताज निवासी उत्तराखण्ड, एहतेशाम पुत्र उस्मान अहमद निवासी सहारनपुर है।इनके कब्जे से1280 डिब्बा नशीली दवाएं (175 डिब्बे ALPRASAFE 0.5, 638 डिब्बे TRAMWEL SR 100, 467 डिब्बे TRAKEM-100) अनुमानित कीमत 80 लाख रूपये।

एसटीएफ ने 80 लाख दवा के साथ दो को किया गिरफ्तार

एसटीएफ उत्तर प्रदेश को नशीली व प्रतिबन्धित दवाओं एवं मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले गिरोहों के बार में सूचना प्राप्त हो रही थी। जिसके सम्बन्ध में एसटीएफ की इकाईयों टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। इसी कम में एसटीएफ की टीम सहारनपुर इनकी तलाश में थी। इस दौरान सूचना मिली कि दो व्यक्ति नशीली दवाईयां लेकर किसी को देने के लिए जाने वाले जो जुबली पार्क के पास खड़ा है। इस सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा आवश्यक बल प्रयोग कर उक्त दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया।

हेल्थ केयर मेडिकल एजेन्सी की आड़ में चल रहा था यह काला कारोबार

गिरफ्तार अभियुक्त एहतेशाम ने बताया कि वह ताज मार्केट सहारपुर में हेल्थ केयर मेडिकल एजेन्सी चलाता है, जिसकी आड़ में नशीली एंव प्रतिबन्धित दवाओं की तस्करी करता है। साथ ही ली-फोर्ट कम्पनी में एमआर का काम भी करता है। इनके द्वारा अंकित पुत्र राजेन्द्र निवासी नियाजपुरा मजरा साहबुददीनपुर गली नंबर-8 मु.नगर से प्रतिबन्धित दवाएं खरीदी जाती है। यह लोग लगभग 4-5 वर्षों से नशीली व प्रतिबन्धित दवाएं खरीदकर जनपद सहारनपुर, उत्तराखण्ड एवं पंजाब आदि राज्यों में तस्करी करते है। अभियुक्त एहतेशाम नशीली दवाएं के बेचने के सम्बन्ध में जनपद मोगा पंजाब से तथा अभियुक्त शाहबाज थाना जनकपुरी जिला सहारनपुर से मादक पदार्थों की तस्करी में विगत वर्ष जेल भेजा गया था । गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना कोतवाली जनपद सहारनपुर को सौंप दिया गया है।

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