एसएमयूपीन्यूज,ब्यूरो। राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना विधानसभा चुनाव के परिणाम आ गए हैं। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बन रही है। वहीं तेलंगाना में कांग्रेस को जीत मिली है। हर बार की तरह इस बार भी कई चौंकाने वाले रिजल्ट देखने को मिले।खासकर छत्तीसगढ़ में भाजपा ने बंपर जीत हासिल की है।

चुनाव परिणाम से पहले तक कांग्रेस राज्य में भूपेश बघेल के नेतृत्व में आसान जीत की उम्मीद लगाए बैठी थी। हालांकि, परिणाम ठीक इसके उलट आया। छत्तीसगढ़ चुनाव परिणाम में सबसे ज्यादा चर्चा साजा विधानसभा सीट की रही।छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले की साजा सीट पर काफी रोचक मुकाबला देखने को मिला। यहां के साधारण किसान ईश्वर साहू ने छह बार के विधायक और मंत्री रविंद्र चौबे को हराकर चौंका दिया।

रवींद्र चौबे का ना तो अनुभव काम आया ना पार्टी की साख

साजा विधानसभा सीट पर हुई दिलचस्प लड़ाई में बीजेपी उम्मीदवार ने कांग्रेस उम्मीदवार को हरा दिया। हैरानी की बात ये है कि कांग्रेस पार्टी से सात बार के विधायक रहे रवींद्र चौबे का मुकाबला पहली बार चुनाव लड़ रहे ईश्वर साहू से था। दरअसल, ईश्वर साहू वो शख्स हैं, जिनके बेटे की आठ अप्रैल 2023 को हुई सांप्रदायिक हिंसा में हत्या हुई थी।उन्हें बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया था। ये अलग बात है कि उन्होंने आज तक सरपंच का भी चुनाव नहीं लड़ा है। उनके सामने 1990 से चुनाव लड़ रहे और नेता प्रतिपक्ष रह चुके रवींद्र चौबे थे। ये उनका आठवां चुनाव था। लेकिन रवींद्र चौबे का ना तो अनुभव काम आया ना पार्टी की साख।

रविंद्र चौबे को 5297 वोटों से हराया

छत्तीगसढ़ की साजा सीट पर करीब 60 हजार साहू वोटर हैं जो कि निर्णायक साबित होते हैं। भाजपा ने इन वोटरों को ईश्वर साहू के पक्ष में करने की पूरी कोशिश की। जब चुनाव के परिणाम आए तो ईश्वर साहू को कुल 101789 वोट मिले। उन्होंने कांग्रेस के रविंद्र चौबे को 5297 वोटों से हराया है।

सांप्रदायिक हिंसा में खो चुके हैं बेटा

साजा में इसी साल अप्रैल में सांप्रदायिक दंगे हुए थे। स्कूली मारपीट से शुरू हुई इस घटना ने जल्द ही सांप्रदायिक दंगों का रूप धर लिया था। इस घटना में दो मुस्लिम और एक हिंदू व्यक्ति की मौत हुई थी। दोनों पक्षों की तरफ से आगजनी की घटनाएं हुईं। घर जलाए गए। इन हिंसक झड़पों में भुवनेश्वर साहू की हत्या हुई। भाजपा ने भुवनेश्वर साहू के पिता ईश्वर साहू को टिकट दिया था।ईश्वर साहू लगातार वोट के बदले अपने बेटे के लिए इंसाफ देने की बात कहते रहे। राजनीतिक जानकार कहते हैं कि ईश्वर साहू भावनात्मक ढंग से यह चुनाव को लड़े।

बीजेपी बोली- लोकतांत्रिक लड़ाई में अन्याय का बदला लिया

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष ने भी ईश्वर साहू की जीत की चर्चा की है। उन्होंने लिखा है- “ये छत्तीसगढ़ भाजपा के विधानसभा उम्मीदवार ईश्वर साहू हैं। इन्होंने कांग्रेस के 7 बार के विधायक रविंद्र चौबे को हराया है। इनका बेटा भीड़ की हिंसा में मारा गया और हमेशा की तरह कांग्रेस दंगाइयों का समर्थन कर रही थी। आज ईश्वर ने लोकतांत्रिक लड़ाई में अन्याय का बदला लिया। बधाई हो।

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