वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वर्वेद महामंदिर की चर्चा करते हुए कहा कि जब एक संत की साधना मुहूर्त रूप लेता है, तो इस प्रकार का एक धाम बनकर तैयार होता है। सद्गुरु सदाफल देव महाराज जिन्होंने देश की आजादी के लिए संघर्ष किया था, जिन्होंने उत्तराखंड के गढ़ आश्रम के शून्य शिखर पर साधनारत होकर आध्यात्मिक जगत की अनुभूतियों के माध्यम से भारत की आध्यात्मिक ज्ञान के परंपरा को वेद, उपनिषदों के उसे परंपरा को बहुत ही सरल व सहज भाषा में अपने अनुयायियों व भक्तों के लिए सर्व वेद के माध्यम से प्रस्तुत किया, आज उसका मूर्त रूप सबको देखने को मिल रहा है।
काशी में विगत 1 वर्ष के अंदर 13 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आये
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम आज नए भारत की अनुभूति कर रहे हैं। यह नया भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दुनिया का मार्गदर्शन कर रहा है। आज देश का हर नागरिक अपनी विरासत पर गौरव की अनुभूति कर रहा है। उन्होंने कहा कि काशी में काशी विश्वनाथ धाम में विगत 1 वर्ष के अंदर 13 करोड़ से अधिक देश-विदेश से श्रद्धालुओं एवं अनुयायियों का आना, पूरा देश की ओर भारत की विरासत पर योग की परंपरा हो या जिस कुंभ में 1954 में सद्गुरु सदाफल देव जी महाराज ने अपनी भौतिक लीला का विसर्जन करते हुए आध्यात्मिक जगत में शून्य की शिखर पर स्वयं प्रवेश किया था।
हर भारतवासी का मन अपनी विरासत पर गौरव की अनुभूति कर रहा: योगी
कुंभ की उसे महान परंपरा को चाहे वह दुनिया के मूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में मान्यता देना हो या फिर उत्तराखंड में केदारपुरी के पुनर्निर्माण का कार्य हो या महाकाल की महलोक के निर्माण का कार्य हो, 500 वर्षों के इंतजार के बाद अयोध्या में श्री श्रीराम मंदिर के भव्य निर्माण का कार्य हो, हर भारतवासी का मन अपनी विरासत पर गौरव की अनुभूति करता दिखाई देता है। कारण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूप में एक यशस्वी नेतृत्व देश को वर्तमान में निरंतर अपनी पूरी ऊर्जा व संकल्पों के साथ बिना किसी भेदभाव के पूरी ऊर्जा को देश के उन कार्यों के लिए समर्पित किया हुआ है। जिसको लेकर 1920 में सद्गुरु सदाफल देव जी महाराज ने जेल की यातना भी सहन की थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वर्वेद महामंदिर का अवलोकन भी किया
आज हम सभी उसी स्वतंत्र भारत के नागरिक के रूप में अपनी आजादी के अमृत काल के इस द्वितीय वर्ष में पूरी ऊर्जा के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अपनी विरासत पर गौरव की अनुभूति करते हुए उसके पुनर्स्थापना के कार्यों के साथ जुड़े हुए हैं।इस अवसर पर स्वर्वेद महामंदिर के आचार्य सद्गुरु स्वतंत्रदेव जी महाराज, विज्ञान देव जी महाराज के अलावा कैबिनेट मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडे, उत्तर प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर आदि लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वर्वेद महामंदिर का अवलोकन भी किया।