लखनऊ । सहारा परिवार के मुखिया एवं मशहूर बिजनेसमैन सुब्रत रॉय Subrata Roy सहारा का आज मुंबई में निधन हो गया। सहारा इंडिया के प्रमुख सुब्रत रॉय काफी दिनों से गंभीर बीमार चल रहे थे और उनका इलाज मुंबई के एक निजी अस्पताल में चल रहा था। उनके निधन पर समाजवादी पार्टी समेत दूसरे राजनीतिक दलों ने शोक जताया है।कल उनका पार्थिव शरीर लखनऊ के सहारा शहर लाया जायेगा जहां उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी जाएगी।
बता दें कि सुब्रत रॉय का जन्म दस जून 1948 को हुआ था। वे भारत के प्रमुख कारोबारी और सहारा इंडिया परिवार के फाउंडर थे। उन्हें देखभर में सहारा श्री के नाम से जाना जाता था। उन्होंने 1978 में सहारा इंडिया परिवार की स्थापना की थी।बिहार के अररिया जिले के रहने वाले सुब्रत रॉय को पढ़ने में कुछ खास मन नहीं लगता। शुरूआती पढ़ाई-लिखाई कोलकाता में हुई और फिर वो गोरखपुर पहुंच गए। साल 1978 में सुब्रत रॉय ने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर स्कूटर पर बिस्कुट और नमकीन बेचने का काम शुरू किया।
एक कमरे में दो कुर्सी और एक स्कूटर के साथ उन्होंने दो लाख करोड़ रुपये तक का सफर तय कर किया। दोस्त के साथ मिलकर उन्होंने चिट फंड कंपनी शुरू की। उन्होंने पैरा बैंकिंग की शुरूआत की। गरीब और मध्यम वर्ग को टारगेट किया।मात्र 100 रुपये कमाने वाले लोग भी उनके पास 20 रुपये जमा कराते थे। देश की गलियों-गलियों तक उनकी ये स्कीम मशहूर हो गई। लाखों की संख्या में लोग सहारा के साथ जुड़ते चले गए। हालांकि साल 1980 में सरकार ने इस स्कीम पर रोक लगा दी गई थी, लेकिन तब तक काफी लोगों ने इसमें निवेश किया था। सभी निवेशकों के पैसे बाद में फंस गए।