लखनऊ । दीपावली त्योहार के दृष्टिगत यूपी 112 परियोजना की संचालन व्यवस्था को उच्चकोटि की बनाये रखते हुए 11 से 13 नंवबर 2023 तक आम जनमानस की कुल 63230 प्राप्त कालों पर त्वरित कार्रवाई कराते हुए उन्हें पुलिस सहायता उपलब्ध कराई गई।इस प्रकार से नई कंपनी ने यूपी 112 का कार्यभाल संभाल लिया है। जिसकी वजह से कुछ महिला कर्मियों के प्रदर्शन के बाद भी यूपी 112 की सेवा सुचारू रूप से संचालित होती रही।

आपातकालीन सेवाएं प्रदान करने के लिए शुरू की गई है यूपी 112

यूपी-112 की स्थापना वर्ष 2016 में प्रदेश के समस्त नागरिकों की सुरक्षा एवं संरक्षा के लिये त्वरित एकीकृत आपातकालीन सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से की गयी थी, जिसमें निरंतर तकनीकी उन्नसयन व आधुनिकीकरण एवं सुदृढ़ीकरण किया जा रहा है । उपरोक्तक उद्देश्यक की लक्ष्य प्राप्ति के लिए यूपी-112 परियोजना के संचालन के लिये मेसर्स महिन्द्रा डिफेन्स सिस्टम लिमिटेड द्वारा 19 नंवबर 2016 से 2 नंवबर 2023 तक कार्य किया गया।

तीन नंवबर से वी-विन ने संभाला अपना कार्यभार

समस्त वैधानिक प्रक्रियाओं का पालन सुनिनिश्चत करते हुए एसाई की निविदा में भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड (बीईएल ) एवं सीसीएसपी की निविदा में वी-विन लिमिटेड को एल-1 पाया गया एवं शासन के अनुमोदनोपरान्त उक्त दोनों नये सेवा प्रदाताओं को एलओआई जारी किया गया। दो नंवबर 2023 को एमबीएसएल का अनुबन्ध समाप्त हुआ एवं उपरोक्त बीईएल एवं वी-विन लिमिटेड ने अपना कार्यभार तीन नंवबर 2023 से संभाला।

औसत रिस्पांस टाइम में भी घटा, जानिये कितना

वर्तमान में दोनों ही सेवा प्रदाता श्रम आयुक्त , उ.प्र.द्वारा निर्धारित वेतन दर एवं अन्य तीन अनुमन्य व सुसंगत अधिनियमों व नियमों एवं आरएफपी में उल्लिखित नियम व शर्तों के अधीन, यूपी-112 को अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे है। पूर्व में यूपी-112 का औसत रिस्पांस टाइम 25 मिनट 42 सेकेण्ड था जो अब वर्ष 2023 में घटकर औसतन 9 मिनट 30 सेकेंड के लगभग हो गया है । यूपी-112 परियोजना के प्रथम चरण को उच्चीIकृत करते हुए परियोजना के द्वितीय चरण का संचालन तीन नंवबर 2023 से प्रारम्भ कर दिया गया है।

4800 पीआरवी को बढ़ाकर 6278 पीआरवी किया जायेगा

जिसमें जनमानस की सुरक्षा/संरक्षा के लिए त्वरित गति से सुनिश्चित किये जाने के लिए शासन के निर्देशानुसार प्रदेश के सुदूर, दुर्गम एवं ग्रामीण क्षेत्रों में यूपी-112 के प्रथम चरण में 4800 पीआरवी को बढ़ाकर 6278 पीआरवी किया जायेगा। जिसके फलस्वगरूप लगभग 50.68 वर्ग किमी. पर एक पीआरवी उपलब्ध थी जो घटकर 38.75 वर्ग किमी. रह जायेगा । शासन के निर्देशानुसार महिला हेल्प्लाइन 1090, वीमेन एण्डर चाइल्ड हेल्पलाइन 181, मेडिकल हेल्पलाइन 108, जीआरपी, फायर सर्विसेज, स्मार्ट सिटी, लखनऊ एवं साइबर हेल्पलाइन 1930 के अतिरिक्त‍ शासन के निर्देशानुसार अन्य हेल्पलाइन नम्बरों जैसे- सीएम हेल्पलाइन 1076, एनएचएआई हेल्पलाइन 103, सेफ सिटी, स्मार्ट सिटी आदि से एकीकृत किया जायेगा । जिससे नागरिकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होगी।

त्वरित कार्रवाई के चलते इन अपराधों में आयी कमी

इसके अतिरिक्तच यूपी शासन की सेफ सिटी योजना में सम्मिलित “सवेरा योजना” में लगभग 15 लाख 30 हजार वरिष्ठन नागरिकों का पंजीकरण किया जा चुका है एवं तद्नुसार सेवाएं प्रदान की जा रही हैं । लगभग 2000 महिलाओं को रात्रि स्कोंर्ट सेवा के माध्युम से सहायता प्रदान की जा चुकी है। रिस्पांस टाइम में इस उल्लेखनीय सुधार, फ्लीट में बढ़ोत्तरी एवं त्वरित कार्रवाई के फलस्वहरूप वर्ष 2016 से 2022 तक, विभिन्न अपराधों यथा- डकैती, लूट, हत्या, बलवा, गृहभेदन, फिरौती हेतु अपहरण के साथ साथ महिला संबंधी अपराध बलात्कार, शीलभंग, अपहरण जैसी घटनाओं में यूपी-112 के कर्मियों की निरन्तर सेवा, निष्ठाभ,त्वतरित कार्रवाई एवं कर्तव्य के प्रति समर्पण के फल स्वरूप उत्तर प्रदेश को भय मुक्त बनाने के उद्देश्य् में लगातार सफलता प्राप्त हो रही है ।

वर्तमान 50-60 हजार से 1.25-1.30 लाख तक बढ़ाया जा सकेगा

द्वितीय चरण में पीआरवी ट्रैकिंग सिस्टम होगा, जिसके प्रयोग से कॉलर के पास जीपीएस लिंक का रियल टाइम मैसेज जायेगा, जिससे कॉलर पीआरवी की लोकेशन अपने फोन में ट्रैक कर देख सकेगा कि पुलिस सहायता उस तक कितनी देर में पहुंच रही है ।वर्तमान पीआरवी तकनीक को एसआईपी एवं सीएडी प्रणाली में उच्चीकृत करते हुये सिस्टम की कॉल हैंडलिंग की क्षमता को वर्तमान 50-60 हजार से 1.25-1.30 लाख तक बढ़ाया जा सकेगा, जिससे कॉल ड्रॉपिंग घट जायेगी और अधिक से अधिक लोगों की कॉल यूपी-112 में लग सकेगी । प्रथम चरण में जहां 673 संवाद अधिकारी जनमानस का फोन रिसीव करते थे अब उनकी संख्या बढ़ाकर 825 की जा रही है, जिससे विभिन्नस प्रकार के कॉल को अधिकतम संख्या में लिया जा सके ।

आंदोनरत कर्मचारियों को दोबारा बुला सकती है नई कंपनी

एडीजी यूपी-112 नीरा रावत ने बताया कि बीते दिनों टेक महिंद्रा कंपनी के कर्मचारियों द्वारा आंदोलन करने के बाद विभिन्न जिलों में तैनात रहे करीब 300 पुलिसकर्मियों को बुलाकर आपातकालीन सेवाओं का संचालन जारी रखा गया था। ये सभी पूर्व में यूपी-112 में कार्यरत होने की वजह से प्रशिक्षित थे, जिसकी वजह से सेवाओं में बाधा नहीं आई।

नई कंपनी वी-विन की ओर से अब तक 409 कर्मियों को तैनात किया जा चुका है, 100 कर्मी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।वहीं आंदोलनरत रहे पूर्व कर्मचारियों को भी कंपनी दोबारा काम पर बुला सकती है। पुरानी कंपनी के 673 कर्मियों में से 158 ने नई कंपनी को अपनी सेवाएं देने का फैसला लिया है। एडीजी द्वारा दीपावली पर सभी को शुभकामनाएं दी गई। साथ ही आफिस में सभी स्टाफ को मिठाई वितरित की। साथ ही कहा कि किसी भी अापात स्थिति में यूपी 112 मिलाएं।

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