लखनऊ । एसटीएफ यूपी ने अवैध रूप से कॉल सेन्टर का संचालन करके अमरीका के नागरिकों के साथ धोखाधड़ी करने वाले संगठित गिरोह का पदार्फाश कर 24 अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम अंकुर गुप्ता,तरूण कुमार, हिमांशु शर्मा,आशीष, शुभम ,संजय कुमार, अंकुश, विक्रांत कुमार, अतुल कौशिक, चेतन, वरुण सूद, सौरभ, नीरज तोमर, शेखर पांडे, अर्जुनपाल, विजय शर्मा, कृशानू कोले, अजय कुमार, गौरवा जैन, रवि, शुभम सिंह, सुरेश, मंजर इमाम, सुमित सिंह है।

अमेरिकन नागरिक द्वारा की गई शिकायत

उल्लेखनीय है कि अमेरिकन नागरिक समीर गुप्ता, सोशल सिक्योरिटी नम्बर 385860914 निवासी 32 योर्क रोड वेस्ट विंडसर न्यू जर्सी 08550-3288 एवं जॉन जोनस सिक्योरिटी नम्बर 568-91-1384 द्वारा शिकायत की गयी कि अंकुर गुप्ता, मोबाइल नम्बर 9899258422 एवं वरूण सूद मोबाइल नम्बर 9310004060 के द्वारा उनके साथ काल सेंटर के माध्यम से काल कर धोखाधड़ी करते हुए बैंक आफ अमेरिका के अकाउंट नम्बर 743158040183 से पैसा होंगकांग के एचएसबीसी के अकाउंट नम्बर 817479843838 में ट्रांसफर कर लिया गया है।

एसटीएफ ने 24 अभियुक्तों को किया गिरफ्तार

इसी क्रम में एसटीएफ द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुपालन में राज कुमार मिश्रा, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ गौतमबुद्धनगर के पर्यवेक्षण में तथा उप निरीक्षक अक्षय पीकेत्यागी, एसटीएफ नोएडा के नेत्त्व में टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्रवाई की जा रही थी।अभिसूचना संकलन के दौरान एसटीएफ की टीम को विश्वसनीय सूत्रों से ज्ञात हुआ कि उक्त गैंग के सदस्य वरूण, जो कि अंकुर गुप्ता का पार्टनर है।

थाना बिसरख क्षेत्र में स्थित महागुन मायवुड में काल सेन्टर चलाकर अमेरिकन नागरिकों के साथ धोखाधड़ी कर रहा है। इस सूचना को विकसित करने के उपरान्त समस्त तथ्यों से स्थानीय पुलिस को अवगत अवगत कराते हुए साझा किया गया। तदोपरान्त अभिसूचना संकलन एवं सर्विलांस आदि के माध्यम से उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर स्थानीय पुलिस का सहयोग प्राप्त कर उपरोक्त व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया, जिनसे उपरोक्त बरामदगी हुई ।

इस तरह शुरू किया कॉल सेंटर का काम

अभिुयक्त अंकुर गुप्ता ने पूछताछ पर बताया कि उसकी उम्र 39 साल है और वह एमबीए पास है। बताया कि वह (अंकुर गुप्ता) वर्ष- 2004 से लेकर 2011 के बीच विभिन्न कॉल सेन्टरों में विभिन्न पदों पर काम कर चुका है। उसके पश्चात वर्ष- 2011-12 में करोल बाग दिल्ली में मोबाइल फोन इमपोर्ट करके दिल्ली, एनसीआर के मार्केट में बेचने का काम शुरू किया। इसी दौरान उसकी जान पहचान अमरीका में रहने वाले नितिन सिंह से हुई जिसने इसको यूएसए से एप्पल आईफोन को तस्करी करके हॉगकांग के रास्ते चेन्नई लाने का काम शुरू कराया और इसी काम के चलने के दौरान ही उसकी मुलाकात गुजरात के अगडियें मुकेश शाह से हो गयी थी।

चार वर्षो से फर्जी इन्टरनेशनल कॉल सेन्टर चला रहा था

वर्ष- 2019 में मुकेश शाह ने हांगकॉग में उसकी (अंकुर गुप्ता) मुलाकात हिमांशु गुप्ता से कराई और हिमांशु गुप्ता फर्जी इन्टरनेशनल कॉल सेन्टर चलाकर यूएसए के नागरिकों से धोखाधड़ी करने का काम करता था। इससे यह काम सीखकर अंकुर गुप्ता पिछले चार वर्षो से फर्जी इन्टरनेशनल कॉल सेन्टर चला रहा है। करोल बाग दिल्ली में काम करते समय उसकी मुलाकात तरूण, जो वहां पर मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान करता था, से हुई और इस काम में तरूण ने अंकुर गुप्ता के साथ मिलकर काम को आगे बढ़ाया।

यूएसए नागरिकों के मोबाइल व उनकी मेल पर अटैक करते थे

अभियुक्त अंकुर गुप्ता की Dark Web व Telegram चैनल के माध्यम से Call generating Hackersके संपर्क में आया जिनके पास यूएसए के नागरिकों का डेटा रहता था और ये इस डेटा पर S.M.S. Blasting, E-mail Blasting व Popups के माध्यम से यूएसए नागरिकों के मोबाइल व उनकी मेल पर अटैक करते थे और मोबाइल बैंकिंग, इन्ष्योरेन्स आदि समस्याओं में सहायता आफर करते थे जैसे ही उस पर विदेषी नागरिक के द्वारा कॉल की जाती थी तो वह कॉल cloud based dialer के माध्यम से अंकुर गुप्ता के कॉल सेन्टर पर आ जाती थी। इसके लिए अंकुर गुप्ता बिट क्वाइन में कॉल जनरेटिंग हैकर्स को पेमेंट करता था। इसके लिए अंकुर गुप्ता ने विभिन्न प्लेटफार्म पर छह क्रिप्टो वॉलेट बना रखे हैं।

अभियुक्तों के खिलाफ गौतमबुद्धनगर दर्ज कराया गया मुकदमा

अभियुक्त अंकुर गुप्ता के कॉल सेन्टर पर कॉल आते ही फर्जी रूप से लगायी गयी समस्याऐं के निवारण के लिए विदेशी पीड़ित से यूएसए डालर विभिन्न Payment Modes के माध्यम से और बिट क्वाइनर्, Zelle, giftcard, cash app के माध्यम से पैसे हॉगकांग के स्थित बैकों में ट्रान्सफर कराये जाते हैं। इन एकाउन्ट के लिए अभियुक्त अंकुर गुप्ता इन एकाउन्ट धारकों को क्रिप्टो करेन्सी में पेमेंट करता है और फिर ये अगडिये के माध्यम से पैसा कैश अंकुर गुप्ता व तरूण आदि के पास पहुंचता है। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्व थाना बिसरख गौतमबुद्धनगर पर अभियोग पंजीकृत कराये जाने की कार्रवाई की जा रही है।

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