लखनऊ । जिस बेटे को नौ माह कोख में पाला पोसा वहीं अब अब बड़ा होने के बाद जब मां मर गई तो उनका अंतिम संस्कार करने से हाथ खींच लिया। अस्पताल में मां की मौत होने के बाद कलयुगी बेटे ने शव को छोड़कर भाग खड़ा हुआ। यह मामला कहीं और का नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की है। ऐसे जब अपनों ने हाथ छोड़ा तो पुलिस ने मदद के लिए बढ़ाया अपना हाथ। हुआ यूं कि एक वृद्ध महिला की मृत्य के पश्चात परिवारीजनों द्वारा लोकबंधु अस्पताल में छोड़कर भाग जाने के कारण थाना कृष्णानगर पुलिस द्वारा मृतका का कराया गया अंतिम संस्कार। पुलिस का कहना है कि बेटे अपने मृतक मां के शव को छोड़कर अस्पताल से भाग गया।

लोकबंधु अस्पताल में कराया भर्ती

प्रभारी निरीक्षक विक्रम सिंह ने बताया कि एक वृद्ध महिला मीनू देवी पत्नी स्व. शंकर साहू निवासिनी सेक्टर एफ एलडीए कालोनी थाना आशियाना उम्र करीब 65 वर्ष को उसके परिजनों द्वारा उपचार के लिए लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया। उक्त महिला की इलाज के दौरान मौत के पश्चात उसके ही परिजन शव को छोड़कर भाग गये। परिवारीजनों की काफी खोजबीन की गई परंतु कुछ पता नहीं चला। तत्पश्चात मृतका मीनू देवी के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद पूरे रीति रिवाज के साथ पुलिस ने अंतिम संस्कार कराया। अंतिम यात्रा में पुलिस कर्मियों के साथ अस्पताल और आसपास के लोग शामिल हुए।

तीन दिन के परिजनों का पुलिस ने किया इंतजार

बुजुर्ग महिला की मौत के बाद जब शव को छोड़कर परिजन भाग खड़े हुए तो पुलिस ने शव काे पोस्टमार्टम हाउस भेजवा दिया। तीन दिन तक परिजनों के आने का इंतजार किया और उनकी तलाश की लेकिन उनका जब कहीं अता पता नहीं चला तो कृष्णानगर थाना प्रभारी विक्रम सिंह खुद ही बुजुर्ग महिला का अंतिम संस्कार करने का निर्णय लिया। उन्होंने पूरे रीति रिवाज से पुलिस वालों के साथ बुजुर्ग महिला के बेटे का फर्ज निभाते हुए कांधा दिया। इसके बाद बैंकुठ धाम पर पूरे विधि विधान से अंतिम संस्कार कर दिया। इस दौरान उप निरीक्षक अजय कुमार ,नीरज द्विवेदी,शैलेंद्र सिंह, सिपाही अजय कुमार के अलावा स्थानीय लोगों ने भी सहयोग किया।

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