लखनऊ ।ठोस एवं तरल संसाधन प्रबन्धन (एसएलआरएम) परियोजना का एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में फ्लैग आफ सेरेमनी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश, पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण, पुलिस महानिदेशक- टेलीकाम, पुलिस महानिदेशक- फायर सर्विस, उ.प्र. एवं अपर पुलिस महानिदेशक पीएसी उ.प्र., अपर पुलिस महानिदेशक एवं पुलिस महानिदेशक के जीएसओ, पुलिस आयुक्त- कमिश्नरेट लखनऊ, संयुक्त पुलिस आयुक्त – अपराध एवं मुख्यालय तथा नगर आयुक्त नगर निगम लखनऊ के साथ ही विकलांग कल्याण अधिकारी लखनऊ व अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण सम्मिलित हुए।

घर-घर जाकर वालीटियर्स टीम एकत्र करती है अपशिष्ट

विगत एक वर्ष से ठोस एवं तरल संसाधन प्रबन्धन (एसएलआरएम) परियोजना पायलेट प्रोजेक्ट की तरह रिजर्व पुलिस लाइन लखनऊ परिसर में क्रियान्वित हुई, जिसमें प्रतिदिन 102 बार घर-घर जाकर ठोस एवं तरल संसाधन प्रबन्धन (एसएलआरएम) परियोजना के वालीटियर्स की टीम अपशिष्ट एकत्र करती है। पुलिस लाइन के आवासों से जो भी अपशिष्ट दिया जा रहा है वह जैविक एवं अजैविक बाल्टियों में अलग-अलग पृथकीकरण कर दिया जा रहा है।

एकत्रित अपशिष्टों में जो भी प्लास्टिक का सामान एकत्र होता है उसमें से 68 प्रकार की अलग-अलग सामग्री को पृथक कर रखा जाता है, अपशिष्टों से 15 प्रकार के पेपर पृथक किये जाते है, 9 प्रकार के गले 21 प्रकार के मेटल सामग्री एवं 26 प्रकार के ग्लास व बोतलों का पृथकीकरण होता है, उसे पृथकीकरण करने के उपरान्त धुलवाकर एवं साफ कराकर अलग-अलग बरतनों में रखा जाता है।

अपशिष्टों को अलग-अलग करके बनाया जाता है जैविक खाद

पृथकीकरण के पश्चात इन्हे सम्बधिंत फैक्ट्रियों को विक्रय किया जाता है, इसी क्रम में आज 06 बड़े ट्रक और 03 छोटे वाहनों में अपशिष्टों को अलग-अलग विक्रय किया गया। इसके अतिरिक्त ठोस एवं तरल संसाधन प्रबन्धन (एसएलआरएम) परियोजना में मल्च (जैविक खाद ) का भी उत्पादन किया जाता है जो 60 दिवस के अन्दर पूर्ण रूप से तैयार हो जाती है। इसके अलावा भी एगशेल पाउडर ( नेचुरल कैल्सियम), टॉयलेट क्लीनिंग पाउडर (लेमन व ओरेन्ज के छिलके से) तथा नर्सरी में हरे नारियल के पौधे रोपण में उपयोग किया जा रहा है। साथ ही सैनेटरी पैड्स व बच्चों के डाइपर्स का उपयोग पेड़ों को लगाने में किया जा रहा है ।

डीजीपी को भेंट की गई उगाई गई सब्जियां

उपरोक्त के अतिरिक्त उक्त आयोजन में सभी आगन्तुकों को रिजर्व पुलिस लाइन लखनऊ परिसर में क्रियान्वित किचन गार्डन व रूफ टाप गार्डन भी दिखाया गया एवं पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश को रूफ टाप गार्डन में उगायी गयी सब्जियां भी भेंट की गयी। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि रिजर्व पुलिस लाइन लखनऊ परिसर चारों तरफ से बाउण्ड्रीवाल से घिरा हुआ परिसर है जहां ठोस एवं तरल संसाधन प्रबन्धन (एसएलआरएम) परियोजना क्रियान्वित की जा रही है।

अब तक इस परियोजना से लगभग रू0 5,50,000-00 (पांच लाख पच्चास रूपये) की आय हुई है। यह भी उल्लेखनीय है कि इस परियोजन की वजह से 27 लोगों को रोजगार मिल रहा है जिससे न सिर्फ उनका परिवार का भरण पोषण हो रहा है बल्कि एसएलआरएम द्वारा पर्यावरण को साफ रखने में बहुत अहम् भूमिका निभायी जा रही हैं।

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