लखनऊ । पुलिस लाइन में आयोजित पुलिस स्मृति दिवस पर शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उन सभी पुलिसकार्मिकों को विनम्र श्रद्धांजलि दी जो कर्तव्य का पालन करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान देकर अमर हो गए। शहीदों के परिजनों को सम्मानित करने के बाद कहा कि आत्मा अमर अजर है इसको कोई अग्नि जला नहीं सकती है। यूपी में आज जो कानून का राज स्थापित हुआ है उसमें पुलिसकर्मियों का बड़ा योगदान है।
पिछले 6 साल में कुंभ, त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव, नगर निकाय के साथ लोक सभा और विधानसभा का चुनाव अच्छे से सम्पन्न कराया। पुलिस का मनोबल बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा कई ऐतिहासिक कदम उठाये गये है। प्रदेश सरकार की तरफ से पुलिसकर्मियों के मेधावी बच्चों को छात्रवृत्ति दी गई है। उनकी बहादुरी के लिए गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर पदक देकर सम्मानित किया गया है। कोरोना काल में भी लोगों की मदद में पुलिस ने अच्छी भूमिका निभाई।
सीएम ने ड्यूटी के दौरान शहीद हुए पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी
सीएम योगी ने कहा कि पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर निष्ठा एवं प्रतिबद्धता के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए सर्वोच्च बलिदान देने वाले सभी पुलिस कर्मियों को मैं विनम्र श्रद्धाजंलि अर्पित करता हूं। प्रदेश में अपराधियों के विरुद्ध की गई पुलिस कार्यवाहियों में पुलिस बल के कई जवानों ने अद्भुत साहस एवं शौर्य का प्रदर्शन करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया है।
विगत एक वर्ष में उत्तर प्रदेश में तीन पुलिस के तीन वीर जवान कर्तव्य पालन के दौरान शहीद हुए हैं। पुलिस स्मृति दवस के अवसर पर शहीद पुलिस कर्मियों के परिजनों के प्रति सवंदेना व्यक्त करते हुए यह आश्वास्त करता हूं कि उत्तर प्रदेश सरकार शहीद पुलिस कर्मियों की स्मृतियों की जीवित रखेगी एवं उनके परिजनों के कल्याण के लिए सदैव सत्पर रहेगी। कर्तव्यपरायण वीर शहीद पुलिस कर्मियों को मैं पुन: नमन करते हुए उत्तर प्रदेश वासियों की ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
आज अपराधी जेल में हैं या मारे गये : सीएम
सीएम योगी नेकहा कि एक लाख से अधिक पुलिसकर्मियों को पदोन्नति दी गई है साथ ही पुलिस के बजट में उल्लेखनीय वृद्धि की गई है। प्रदेश में कड़ी पैरवी कर अपराधियों को सजा दिलाई गई है। आज अपराधी या तो जेल में हैं या मारे गए हैं। प्रदेश के छह जिलों में नारकोटिक्स के थाने बनाए गए हैं। सीएम योगी ने कहा कि वर्ष 2017 में राज्य में सरकार बनने के बाद से पुलिस विभाग में विभिन्न पदों पर एक लाख 51 हजार 985 की भर्ती की गई।
जिसमें 22 हजार 44 सौ से अधिक महिला कार्मिक शामिल हैं। इसके अलावा 65 हजार 389 पदों पर भर्ती प्रक्रिया और 11 हजार 885 पदो पर पदोन्नति की प्रक्रिया प्रचलित है। प्रदेश में पुलिसिंग व्यवस्था का बेहतर और सुढ़ण बनाने के लिए पुलिस के बजट में दोगुने से अधिक की बढ़ोत्तरी की गई है।
अपराधियों में भय की भावना पैदा करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था को सुढ़ण कर जनमानस में सुरक्षा की भावना को बलवति करनां एवं अपराधियों में कानून का भय पैदा करना हमारा सरकारी की सर्वोच्च प्राथमिकता है। मार्च 2017 से सितंबर 2023 तक कुल 190 अपराधी पुलिस मुठभेड़ में मारे गये। साथ ही 55 हजार 591 घायल हुए।
जिसमें 16 जवानों ने वीर गति प्रदान हुई। अपराधियों पर कानून का भय पैदा करने का श्रेय पुलिस को जाता है। वर्तमान में यूपी में ऐसा कोई संगठित अपराधी नहीं जो जेल से बाहर रहकर विचरण कर रहा हौ। अपराधी या तो जेल में है या फिर मार गये। पुलिस की इसी कार्रवाई से महिलाओं, व्यापारियों व समाज के सभी वर्गों में सुरक्षा की भावना जागृित हुई है।
यूपी से तीन पुलिसकर्मी हुए थे शहीद: डीजीपी
इस मौके पर पुलिस महानिदेशक विजय कुमार ने कहा कि प्रत्येक वर्ष 21 अक्टूबर को हम सभी पुलिस स्मृति दिवस के रूप में उन वीर शहीद पुलिसजनों को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाते है।उन्होंने बताया कि एक सितंबर 2022 से 31 सितंबर 2023 तक की अवधि में संपूर्ण भारतवर्ष में कर्तव्य की वेदी पर 188 पुलिसजनों ने अपने प्राण न्योछावर किये।
इसमें उत्तर प्रदेश के तीन पुलिसकर्मी क्रमश: आरक्षी संदीप निषाद, राघुवेंद्र सिंह एवं आरक्षी भेदजीत सिंह सम्मलित हैं। कर्तव्य पालन में आत्म बलिदान करने वाले इन वीरों के पराक्रम से प्रदेश का संपूर्ण पुलिस बल गौरवांवित है। इस पुनीत अवसर पर प्रदेश पुलिस बल की ओर से इन सभी वीर पुलिसजनों को श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूँ।