लखनऊ । स्पेशल डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि अयोध्या में सरयू एक्सप्रेस में महिला आरक्षी पर हमला करने वाला मुख्य आरोपी अयोध्या के पूरा कलंदर में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया। घटना का खुलासा करते हुए बताया कि 30 अगस्त को सरयू एक्सप्रेस पर एक महिला आरक्षी पर प्राणघातक हमला हुआ था। महिला आरक्षी की ड्यूटी अयोध्या में लगी थी। इसीलिए ड्यूटी करने के लिए ट्रेन से आ रही थी।

मामले की गंभीरता को देखते हुए घटना का सफल अनावरण करने के लिए मुख्यालय स्तर पर भी टीमें बनाई गई थी। शुरूआती विवेचना जीआरपी ने प्रारंभ किया। शासन ने इस प्रकरण को काफी गंभीरता पूर्वक से लिया है। इसकी विवेचना एसटीएफ को टांसफर की गई लेकिन हमारी रेलवे व स्थानीय पुलिस अयोध्या जिले तथा रेंज की तथा गोंडा जनपद की टीमे लगातार इस पर काम कर रही थी।

30 सितंबर को सरयू एक्सप्रेस में महिला आरक्षी पर किया था जानलेवा हमला

इसमें समुचित धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया था। विवेचना के दौरान कई धाराओं की वृद्धि भी की गई। इसका स्वत: संज्ञान भी इलाहाबाद हाईकोर्ट ने लिया था। एसटीएफ ने इस संबंध में सूचना देने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए एक लाख रुपये की घोषणा की थी। इसमें सभी महत्वपूर्ण मानवीय तथा टेक्निकल इंटेलिजेंस को अध्ययन किया गया। जिससे कई लाभप्रद सूचना प्राप्त हुई।

बीती रात इसी सूचना के आधार पर कुछ संदिग्धों के प्राप्त हुए। जिसकी पहचान पीड़िता महिला सिपाही से कराई गई। पहचान होने के बाद टेक्निकल इनपुट के आधार पर एसटीएफ, जनपद अयोध्या की एसओजी तथा एसओ इनायतनगर ने क्षेत्र में दबिश दी। जहां दो व्यक्ति गिरफ्तार हुए, उन्हें घायल अवस्था में पकड़ा गया। जिन्होंने अपना नाम आजाद खान पुत्र मुख्तार तथा विशम्भर दूबे पुत्र प्रेमनारायन बताया। आजाद खान हैदरगढ़ थाना क्षेत्र के अयोध्या का रहने वाला है और विशम्भर दूबे कूड़ेभार थानाक्षेत्र का रहने वाला है।

लूट की नीयत से महिला पर बोला था हमला

उसने भागे हुए साथी का नाम अनीश पुत्र रियाज खान निवासी हैदरगंज बताया। सुबह करीब पांच बजे अयोध्या के पूराकलंदर क्षेत्र में ही पुन: पुलिस की मुठभेड़ हुई। जिसमें अनीश घायल हो गया। जिसे स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया। जहां उपचार के दौरान अनीस की मौत हो गई। इस पूरे पुलिस ऑपरेशन में तीन लोग मिले। जिसमें दो घायल अवस्था में और तीसरा जिसकी अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

ट्रेनों में चोरी की घटना को देते थे अंजाम, सभी पर कई केस दर्ज

इन तीनों का अपराधिक इतिहास भी रहा। अनीस के ऊपर छह और आजाद के ऊपर 12 मुकदमे तथा विशम्बर के ऊपर तीन मुकदमे दर्ज है। यह लोग ट्रेन में भी अपराध करते थे। इन्होंने लूटपाट की नीयत से इन लोगों ने महिला आरक्षी को अकेला देखकर उस पर हमला किया। जिसमें महिला आरक्षी गंभीर रूप से घायल हो गई। इसके बाद यह लोग अयोध्या के पहले चैन पुलिंग के दौरान ट्रेन से उतर गए। इस प्रकार से एक चुनौतीपूण घटना का अनावरण उत्तर प्रदेश पुलिस की विभिन्न इकाईयों ने साथ मिलकर किया है। अब आगे इनको सजा दिलाने की प्रक्रिया पुलिस द्वारा की जाएगी। पुलिस टीम को एक लाख रुपए पुरस्कार मिलेगा।

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