सौरभ जायसवाल, लखनऊ। एसटीएफ को आॅनलाइन व आॅफलाइन माध्यम से प्रदेश व आसपास के राज्यो में करोड़ों रुपए के सटटे का नेटवर्क फैलाकर, सटटा कराने वाले अंतर्राज्यीय गैंग के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से पांच लैपटाप, 12 मोबाइल फोन, एक वैगनार कार, एक महिन्द्र मराजो कार, दो चेक, एक हाथ घड़ी, दो कैलकुलेटर, एक जियो डोंगल, दो रजिस्टर जिसमें सट्टे का हिसाब लिखा हुआ, एक छोटी नोटबुक तथा 62000 रुपये नकद बरामद किया है।
आनलाइन और आफलाइन चला रहे थे सट्टा का नेटवर्क
गिरफ्तार अभियुक्त का नाम उत्तम चन्द्र पुत्र सुन्दर सिंह, लोकेश परमार पुत्र जय सिंह परमार,मुन्ना उस्मानी पुत्र स्व. इस्माइल, संजू सिंह पुत्र हरिभान सिंह, संदीप सिंह पुत्र कैलाशी राम निवासी आगरा तथा हर्ष बन्धु गौड पुत्र मंकूराम गौड, निवासी ग्राम कम्हेर, जिला भरतपुर राजस्थान है।एसटीएफ उत्तर प्रदेश को विगत काफी समय से उत्तर प्रदेश व आसपास के राज्यो में आॅनलाइन व आॅफलाइन माध्यम व आसपास के राज्यो में सटटे का नेटवर्क फैलाकर सट्टा कराने वाले अंतर्राज्यीय गैंग सक्रिय हो कर कार्य करने की सूचनाय प्राप्त हो रहीं थीं।
मुखबिर की सूचना पर सटोरियों को दबोचा
इसी क्रम में चार जुलाई को निरीक्षक हुकुम सिंह, हे.का.प्रो. कमा. राजपाल सिंह, हे.का. रामनरेश सिंह, हे.का. दिनेष गौतम, हेड कास्टेबल अरविन्द सिंह, हेड कास्टेबल विमल कुमार हेड कांस्टेबल बृजराज सिंह, हेड कास्टेबल रविन्द्र सिंह, हेड कास्टेबल विवेक कुमार सिंह, का. प्रदीप सिंह, हे.का. बल्देव सिंह चौधरी हे.का. दिनेश चौधरी हे.का. अंकित गुप्ता आ. चालक बृजकिषोर की एक टीम द्वारा अभिसूचना किया जा रहा था। इसी दौरान मुखबिर के माध्यम से ज्ञात हुआ कि कुछ लोग, पॉश गेट बन्द सोसाइटी पारसनाथ पंचबटी आपर्टमेंट के फ्लैट में आॅनलाइन व आॅफलाइन माध्यम से करोड़ों का सट्टा कराने वाला गैंग सक्रिय है। यदि जल्दी की जाए तो पकड़ा जा सकता है।
लैपटाप में एप्लीकेशन के माध्यम से सट्टेबाजी का करते थे काम
इस सूचना पर विश्वास करते हुए, स्थानीय थाना ताजगंज पुलिस को अवगत कराते हुए मुखबिर के बताये हुए स्थान व फ्लैट पर पहुंचकर मुखबिर की निशान देही पर आवश्यक घेराबन्दी कर उपरोक्त अभियुक्तो को गिरफ्तार कर लिया गया, जिनसे उपरोक्त बरामदगी हुई। पूछताछ करने पर सभी अभियुक्तों ने बताया कि हम लोगों का सट्टेबाजी का एक गिरोह है। हम लोग यहॉ पर सट्टेबाजी के लिए इकठ्ठा हुए थे, हम लोग लैपटाप में एप्लीकेशन के माध्यम से सट्टेबाजी का काम करते हैं। हम लोग इस काम में एक दूसरे के सहयोगी हैं तथा आपस में पैसों का लेन देन करते हैं।गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्व थाना ताजगंज में सार्वजनिक जुआ अधिनियम का अभियोग पंजीकृत कराया गया। अग्रिम विधिक कार्रवाई थाना स्थानीय द्वारा से की जा रही है।