सौरभ जायसवाल, लखनऊ। एसटीएफ उ.प्र. को थाना कोतवाली जनपद शामली क्षेत्र से 6,08,300 रुपये की कूटरचित नकली भारतीय करेंसी सहित एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम इमरान पुत्र महबूब निवासी मौहल्ला नोकुआ बर्फ खाने वाली गली रसीदिया मस्जिद थाना कोतवाली जनपद शामली है। इसके कब्जे से भारतीय जाली मुद्रा के साथ एक मोबाइल फोन भी बरामद किया है।
नकली नोट को असली करेंसी में बदलने की सूचना पर की कार्रवाई
एसटीएफ को विगत कुछ समय से सीमावर्ती क्षेत्रों से नकली भारतीय करेंसी लाकर असली करेंसी में बदलने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचनायें प्राप्त हो रहीं थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की इकइयों व टीमों को अभिसूचना संकलन कर कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। इसी क्रम में बृजेश कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ फील्ड यूनिट मेरठ के पर्यवेक्षण में एसटीएफ फील्ड इकाई, मेरठ की टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।एसटीएफ फील्ड इकाई, मेरठ से निरीक्षक प्रशांत कपिल एंव निरीक्षक रविन्द्र कुमार के नेतृत्व में उ.नि. संजय कुमार, हेड कां. प्रीतम भाटी, हेड कां. जयवर्धन, हेड कां. विवेक पवाॅर एवं हेड कां. विनय कुमार की टीम वांछित एवं इनामियां अपराधी हेतु जनपद शामली में भ्रमणशील थी।
मुखबिर के बताए स्थान से एक को जाली नोट के साथ दबोचा
तभी मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि इमरान पुत्र महबूब निवासी उपरोक्त मोहल्ला नोकुआ बर्फ खाने वाली गली रसीदिया मस्जिद थाना कोतवाली जनपद शामली के पास नकली भारतीय करेंसी है, जो उसे बाजार में चलाने की फिराक में है। यदि जल्दी की जाये तो वह नकली करेंसी के साथ पकड़ा जा सकता है। इस सूचना पर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली संजीव भटनागर को सूचना से अवगत कराते हुए एसटीएफ टीम स्थानीय पुलिस को साथ लेकर इमरान के मकान की तरफ चल दिये। टीमों के रसीदिया मस्जिद के पास पहुंचने पर मुखबिर द्वारा बताया कि सामने दो मंजिल मकान इमरान का है मुखबिर के बताये गये स्थान पर पहुंच कर उपरोक्त अभियुक्त को भारतीय जाली मुद्रा सहित गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके पास से उपरोक्त बरामदगी की गयी।
अभियुक्त 2008 में भी नकली करेंसी में जा चुका है जेल
गिरफ्तार अभियुक्त इमरान ने पूछताछ पर बताया कि नफीस पुत्र मुदा निवासी मौहल्ला खैर कस्बा व थाना काॅधला, जनपद शामली उसके पास जाली करेंसी लेकर आया था तथा उससे कहा था कि यह एक लाख जाली करेंसी को असली भारतीय करेंसी के 55 हजार में सप्लाई करनी है। इमरान ने यह भी बताया कि वह वर्ष 2008 में नकली करेंसी के मामले में जेल गया था, जिसके सम्बन्ध में थाना कोतवाली शामली पर मुकदमा पंजीकृत हुआ था। विश्वसनीय सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि इमरान उपरोक्त के पिता महबूब के पाकिस्तान में रहने वाले इकबाल उर्फ काना से काफी अच्छे सम्बन्ध थे।
इकबाल उर्फ काना पाकिस्तान से नकली करेंसी व अवैध असलाह की भारत में इमरान के पिता महबूब के द्वारा सप्लाई करता था। इमरान का पिता महबूब इन मामलों में कई बार जेल जा चुका है, जिसकी वर्तमान में मृत्यु हो चुकी है। नफीस की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं। गिरफ्तार अभियुक्त इमरान उपरोक्त के विरूद्ध थाना कोतवाली जनपद शामली पर विभिन्न धारा 489ए,बी,सी/120बी आईपीसी में मुकदमा पंजीकृत कराया गया। अग्रिम विधिक कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा किया जा रहा है।