सौरभ जायसवाल, लखनऊ। एसटीएफ यूपी को मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त अन्तर्राज्यीय गिरोह के चार सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 90 किलोग्राम मादक पदार्थ गांजा अनुमानित मूल्य लगभग 23 लाख रुपए व तस्करी के लिए प्रयोग की जा रही विशेष कैविटीयुक्त कूटरचित नम्बर प्लेट सहित एक बोलेरो व दो अदद मोटरसाइकिल बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई। इनके कब्जे से एक बोलेरो, दो मोटर साइकिल, चार मोबाइल फोन, एक आधार कार्ड, एक वोटर आईडी कार्ड, 1,02,350 रुपये बरामद किया है।
इनके कब्जे से तस्करी में प्रयुक्त बोलेरो व बाइक किया बरामद
गिरफ्तार अभियुक्त का नाम सतिराम यादव पुत्र बाबू लाल यादव, निवासी ग्राम मिढनेपुर, पो. रानीपुर, थाना खुटहन,जौनपुर, आसित पाण्डेय पुत्र हौसिला पाण्डेय, निवासी ग्राम खिरौडी, पो. पिडखिड, तहसील चुनार, थाना जमालपुर मिजार्पुर, अमित सिंह पुत्र स्व. नरेन्द्र सिंह, निवासी ग्राम भदवर, काशीपुर, थाना रोहनिया वाराणसी, अवनीश कुमार सिंह पुत्र स्व. मुरारी सिंह, निवासी ग्राम भिखारीपुर राजा तालाब, थाना मिजार्मुराद वाराणसी है। एसटीएफ फील्ड इकाई, प्रयागराज की एक टीम जनपद वाराणसी के रोहनिया थाना क्षेत्र में इलेक्ट्रानिक व भौतिक सूचना के आधार पर आपराधिक अभिसूचना संकलन के उद्देश्य से मौजूद थी।
पकड़े गए गांजा की कीमत लगभी 23 लाख रुपये
इसी दौरान मुखबिर के माध्यम से ज्ञात हुआ कि अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह के सक्रिय सदस्य अपने सहयोगियों के साथ उड़ीसा से अवैध मादक पदार्थों की खेप बोलेरो से लाकर इमामी एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड गोदाम के पास मौजूद है तथा गांजे को बेचने की फिराक में है। यदि जल्दी की जाये जो उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। इस सूचना पर उप निरीक्षक धर्मेन्द्र सिंह, मुख्य आरक्षी हबीब सिद्दीकी, मुख्य आरक्षी अभिषेक मिश्रा, मुख्य आरक्षी पंकज तिवारी, मुख्य आरक्षी पुनीत कुमार पाण्डेय मय वाहन सरकारी चालक रविकान्त की एक टीम मुखबिर के बताये स्थान होटल के निकट इमामी एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड गोदाम के पास पहुंचकर, मुखबिर की निशानदेही पर एकबारगी दबिष देकर उपरोक्त अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया जिनके पास से उपरोक्त बारामदगी हुयी।
उड़ीसा से चलने के बाद हर राज्य में बदल देते थे वाहन का नंबर प्लेट
गिरफ्तारी किये गये चारों व्यक्तियों से पूछताछ की गयी तो बोलेरो चालक सतिराम उपरोक्त ने बताया कि हम लोेगों का गांजा तस्करी का एक सक्रिय गिरोह है, जो अपने आर्थिक व भौतिक लाभ के लिये उड़ीसा से लाकर उ.प्र. के विभिन्न जनपदों में ऊँचें दामों में बेचते है। गांजे की बड़ी खेप पकड़े जाने पर काफी क्षति होती थी। इसलिए अब छोटे वाहनों में विशेष कैविटी बनाकर कम मात्रा में गांजा लाया जाता है। पुलिस को धोखा देने के आशय से बोलेरो की छत में एक विशेष कैविटी बनवायी गयी है, जिसके अन्दर गांजा लदा है धोखा देने के लिये ही राज्यवार बोलेरो का नम्बर प्लेट भी बदल देते है।
मुनाफा कमाने के लिए छिपकर बेचते थे गांजा
यह गांजा हनुमान यादव पुत्र कृष्णदेव यादव निवासी मरहट निरंजनपुर, थाना खुटहन, जनपद जौनपुर का है, जिनके कहने पर मेरे साथ गये गुड्डू यादव के द्वारा उड़ीसा राज्य से लाया गया है। गुड्डू आप लोगों को देखकर फरार हो गया। पकड़े गये अन्य तीन व्यक्तियों आसित कुमार पाण्डेय, अमित सिंह व अवनीश कुमार सिंह ने बताया कि हम तीनों लोग मूल रूप से सीजर एजेन्ट (फाइनेंस किये गये वाहनों की किस्त जमा न कर पाने पर वाहन स्वामी से वाहन खिचवाकर सीज किये जाने का कार्य) का कार्य करते है लेकिन इसके साथ अधिक मुनाफा कमाने के लिए छिपकर गांजे को कम दामों में क्रय कर अधिक दामों में स्थानीय बाजारों में विक्रय करते है।
काफी दिनों से गांजा बेचने का कर रहे थे काम
आज भी हम लोग इस गांजे को स्थानीय बाजार व आस पास के क्षेत्रों में खपाने के लिए ले जाने हेतु आये थे परन्तु आप लोगों द्वारा पकड़ लिया गया। पूंछताछ पर पकड़े गये व्यक्ति आसित कुमार पाण्डेय, अमित सिंह, अवनीश कुमार सिंह ने बताया कि साहब हमारे पास से बरामद रूपयों से ही हम लोग आज सतिराम यादव से गांजा खरीदकर ले जाने वाले थे जिसे स्थानीय बाजार में बेंचकर मोटा मुनाफा कमाते लेकिन आप लोगों ने हमे पकड़ लिया। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना रोहनिया, कमिश्नरेट वाराणसी में अभियोग पंजीकृत कराकर दाखिल किया गया। अग्रिम विधिक कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जायेगी।