लखनऊ । अभी तक फोन पर मैसेज भेजकर, सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर, फेसबुक, इंस्ट्राग्राम पर लोक लुभावने मैसेज भेजकर आॅनलाइन ठगी के मामले सुने होंगे लेकिन अब साइबर जालसाजों ने लोगों से ठगी करने के लिए एक नया तरीका इजात कर दिया है। वह है वॉयस क्लोनिंग टूल, इसमें आपकी आवाज को हू-बहू ऐसा बना दे रहे है कि जिसे सुनने के बाद आप भी चकरा जाएंगे। क्योंकि अपनी व टूल की आवाज में कोई भी अंतर नहीं कर पाएंगे।
यही वजह है कि जालसाज आपकी आवाज का टूल तैयार करने के बाद आपके रिश्तेदार, पत्नी, भाई, रिश्तेदार व दोस्त को फोन करके कोई न कोई बहाना बताकर ठग ले रहे है। इस तरह के यूपी में ही नहीं देशभर में मामले सामने आ चुके है। ऐसे में अब साइबर क्राइम सेल विभाग की तरफ से लोगों से अपील की जा रही है कि अगर आपका कोई परिचत कोई परेशानी बताकर पैसा मांगता है तो एक बार फोन काटकर दोबारा उसे जरूर लगा लें।
टूल के माध्यम से आपकी आवाज की कर रहे नकल
अभी तक जो भी मामले प्रकाश में आये है उसमें जानकारी करने पर यही पता चला कि यह टूल आपकी आवाज इतने सलीके से नकल करता है कि अपनी व टूल की आवाज में अंतर नहीं कर पाएंगे। इसके लिए साइबर क्रिमिनल सबसे पहले किसी शख्स को ठगी के लिए चुनते हैं। इसके बाद उसकी सोशल मीडिया प्रोफाइल को देखते हैं और उसकी किसी आॅडियो व वीडियो को अपने पास रख लेते हैं।
ताकि संबंधित व्यक्ति से ठगी करने के लिए वॉयस क्लोनिंग टूल की मदद से उसकी आवाज का क्लोन तैयार कर लेते है। दरअसल साइबर सेल के जानकारों की माने तो एआई तकनीक की मदद से किसी भी व्यक्ति की आवाज का क्लोन तैयार करना संभव है और फिर इसके जरिए आसानी से धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दिया जा सकता है। हाल के दिनों में इस तरह की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं। दोस्त रिश्तेदार बनकर मदद व इमरजेंसी के नाम पर लाखों की जालसाजी कर रहे हैं।
साइबर ठगों ने आनलाइन ठगी करने का अपनाया नया तरीका
अगर आपके पास दोस्त, रिश्तेदार की आवाज में किसी नंबर से फोन आए तो आप सतर्क हो जाएं। तुरंत ही उनके पास फोन कर पहले जानकारी लें तब पैसे दें। केवल आवाज पहचान कर पैसे दिए तो फंस जाएंगे। चूंकि इस तरह के मामले उत्तर प्रदेश के साथ-साथ देशभर में खूब आ रहे है। चूंकि अभी तक साइबर ठग फेसबुक व फोन के माध्यम से झांसाकर ओटीपी मांगकर ठगी करते थे लेकिन अब आवाज की क्लोनिंग बनाकर ठगी करना शुरू कर दिया है। इसलिए आप लोगों को ऐसे लोगों से बहुत सावधान रहने की जरूरत है। कोई फोन इस तरह से से आये तो पहले उसकी पुष्टि कर ले तब उसकी बातों पर भरोसा करें।
पैसे के लिए फोन आए तो एक बार खुद फोन करके कंफर्म कर लें
साइबर सेल प्रभारी सतीश कुमार साहू ने बताया कि लखनऊ में अभी इस तरह का कोई मामला प्रकाश में नहीं आया है। फिर भी लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। इसिलए वाइस क्लोनिंग फ्रॉड से बचने से अलग-अलग अकाउंट का अलग-अलग पासवर्ड रखें, एक-जैसे पासवर्ड बनाने से बचें।
यदि दोस्त या सगे-संबंधी की आवाज में पैसे के लिए फोन आए तो एक बार खुद फोन करके कंफर्म कर लें । साइबर फ्रॉड के शिकार होने पर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत करें। इसके अलावा अपने नजदीकी थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराएं। क्योंकि साइबर ठगी के मामले में शिकायत जितनी जल्दी दर्ज होगी। उसमें ठगी के पैसे के वापस होने की संभावना ज्यादा रहती है।