लखनऊ। एग्री स्टेक डिजिटल एग्रीकल्चर पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर के अंतर्गत डिजिटल क्रॉप सर्वे की पड़ताल के कार्य को संपादित कराने के लिए जनपद एवं तहसील स्तर के चयनित मास्टर ट्रेनर के प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कृषि एवं राजस्व विभाग के संयुक्त तत्वावधान में कृषि भवन के सभागार में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में कृषि मंत्री उत्तर प्रदेश सूर्य प्रताप शाही बतौर मुख्य अतिथि तथा कृषि राज्यमंत्री बलदेव सिंह ओलख जी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

डिजिटल क्रॉप सर्वे में मास्टर ट्रेनर्स की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण

कार्यक्रम में कृषि मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि डिजिटल क्रॉप सर्वे में मास्टर ट्रेनर्स की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि डिजिटल क्रॉप सर्वे किसानों के जीवन में खुशहाली की नई राह खोलेगा। डिजिटल क्रॉप सर्वे के माध्यम से फसलों के जो आंकडे़ प्राप्त होंगे, उससे प्रदेश के कृषकों के लिए योजना बनाने में बहुत सुविधा प्राप्त होगी। इन आंकड़ों के आधार पर किसानों के लिए आवश्यक और उपयोगी योजनाओं को तैयार किया जा सकेगा, जो कृषकों के लिए लाभकारी होगा। इसके अतिरिक्त डिजिटल क्रॉप सर्वे के माध्यम से प्राप्त होने वाले आंकड़ों से जहां एक और कृषकों को लाभ प्राप्त होगा, वहीं सरकार और उपभोक्ता सभी इससे लाभान्वित होंगे।

देश के 12 राज्यों में यूपी भी शामिल

डिजिटल क्रॉप सर्वे के इस कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का उत्तर प्रदेश के विकास पर विशेष ध्यान है। देश के 12 राज्य, जहां डिजिटल क्रॉप सर्वे का कार्य पायलट बेस पर किया जा रहा है, उसमें उत्तर प्रदेश को भी चुना गया है।कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह ने कार्यक्रम में आए प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए उन्हें निर्देशित किया कि यहां बताई गई बातों को ठीक प्रकार से समझकर जनपद में सभी सर्वेयर, सुपरवाईजर एवं वैरीफायर्स को ठीक प्रकार से प्रशिक्षण प्रदान करें, जिससे डिजिटल क्रॉप सर्वे का यह अभियान अपनी सफलता प्राप्त कर सके।

एग्री स्टेक के महत्व को समझाया

अपर मुख्य सचिव कृषि डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने एग्री स्टेक के महत्व को समझाते हुए इससे होने वाले लाभ विस्तार से बताए। उन्होंने कहा कि एग्री स्टेक एक डिजिटल फाउंडेशन है जो भारत में कृषि में सुधार के लिए विभिन्न हितधारकों को आसानी से एक साथ लाने और डेटा और डिजिटल सेवाओं का उपयोग करके किसानों के लिए बेहतर योजनाओं का नियोजन, सेवाओं तक कृषकों की सुगम पहुंच सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा स्थापित किया जा रहा। एग्री स्टेक का निर्माण कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा राज्य के साथ मिलकर किया जा रहा है।

जीआईएस बेस रियल टाइम क्रॉप सर्वे क्रॉप सोन रजिस्ट्री शामिल

एग्री स्टेक का उद्देश्य किसानों के लिए सस्ता ऋण, उच्च गुणवत्ता वाले कृषि इनपुट स्थानीयकृत और विशिष्ट लक्षित सलाह और बाजारों तक सुविधाजनक पहुंच प्राप्त करना आसान बनाना है। विभिन्न हितधारकों द्वारा विभिन्न किसान और कृषि केंद्रित लाभदायी योजनाओं की योजना बनाना और उन्हें लागू करने की प्रक्रिया को आसान बनाना है। एबी स्टेक की स्थापना के प्रारंभिक चरण में तीन बुनियादी रजिस्ट्री अभिलेखों के डायनेमिक लिंकिंग के साथ किसानों का डेटाबेस (फार्मर रजिस्ट्री), भू संदर्भित ग्राम मानचित्र (जिओ रेफरेन्स विलेज मैप), जीआईएस बेस रियल टाइम क्रॉप सर्वे क्रॉप सोन रजिस्ट्री शामिल हैं।

खोत में बाेई फसल का कैसे प्राप्त करें वास्तविक लाभ की दी जानकारी

कृषकों को मिलने वाले लाभ के बारे में बताया गया कि कृषकों को उनके खेत में बोई गई। वास्तविक फसल के उत्पाद बिक्री के लिए अपने अभिलेख का सत्यापन कराने के मुक्ति मिल जाएगी, जिससे कृषक के फसल उत्पाद की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कृषि उत्पादन का खरीद में सरलीकरण हो जायेगा। फसल नुकसान की स्थिति में कृषक को वास्तविक क्षति का मुआवजा प्राप्ति में सरलीकरण हो जाएगा। समय-समय पर किसानों को उनके फसल विशेष के लिए लक्षित फसल सलाह प्रदान की जा सकेगी। बोई गई फसल के वास्तविक उपज के आंकलन के लिए मोबाइल एप के माध्यम से क्रॉप कटाई एक्सपेरिमेंट (सीसीई) का प्रभावी क्रियान्वयन संभव हो सकेगा। आपदा के दौरान फसल नुकसान होने पर राहत / अनुदान का समयबद्ध सर्वेक्षण तथा राहत वितरण संभव हो सकेगा।

देश के 12 राज्यों में कराया जा रहा है डिजिटल क्रॉप सर्वे

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सचिव आयुक्त एवं सचिव राजस्व परिषद उत्तर प्रदेश मनीषा त्रिघाटिया के द्वारा बताया गया कि भारत सरकार द्वारा वर्ष 2023-24 में उत्तर प्रदेश को सम्मिलित करते हुए देश के 12 राज्यों में डिजिटल क्रॉप सर्वे (एग्री स्टेक) अर्थात मोबाइल एप के माध्यम से खसरा पड़ताल ई-पड़तालों का कार्य पायलट आधार पर कराया जा रहा है। डिजिटल क्रॉप सर्वे के लिए भारत सरकार द्वारा तैयार किये गए एग्री स्टेक मोबाइल एप के प्रूफ ऑफ कांसेप्ट का सफल परीक्षण कृषि एवं राजस्व विभाग के सयुंक्त नेतृत्व में अमेठी जनपद की तिलोई तहसील के सराय माथी ग्राम में जून 2023 को किया गया था।

सर्वेक्षण कार्य के संबंध में दी गई विस्तृत जानकारी

कर्नाटक सरकार से हाय प्रोजेक्ट डायरेक्टर शकील अहमद द्वारा इस प्रशिक्षण को संपादित करने की तकनीकी पहलुओं को रेखांकित करते हुए सर्वेक्षण कार्य के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यक्रम में सचिव कृषि राजशेखर द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर अपर भूमि व्यवस्था आयुक्त टीकेसींबू, कृषि निदेशक विवेक कुमार सिंह, आईटी कंसलटेंट सरिता तिरुमला सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।

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