लखनऊ। राजधानी के कैंट थानाक्षेत्र में किशोरी का अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म करने वाले तीनों आरोपियों को पुलिस ने चौबीस घंटे के अंदर से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इनके कब्जे से एक स्कूटी और तीन मोबाइल फोन बरामद किया है। पूछताछ के बाद तीनों दुष्कर्म आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से तीनों को जेल भेज दिया गया है। इस घटना से किशोरी सदमे हैं। चूंकी किशोरी को तीनों युवकों ने स्कूटी पर बैठाकर पूरा शहर घुमाया और चौबीस घंटे के अंदर शहर के अलग-अलग स्थानों पर ले जाकर गैंगरेप किया था।
बाराबंकी से यहां नानी के यहां आयी थी
यह घटना बुधवार की है। पुलिस के मुबाबिक बाराबंकी के सफेदाबाद निवासी पीड़िता की मांग के अनुसार उसकी बेटी अपनी नानी के यहां कैंट थानाक्षेत्र में आयी थी। 27 जून को वह रात में नल पर बर्तन धोने के लिए गई थी इसके बाद वह वापस लौट कर नहीं आयी तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। काफी रात बीत जाने के बाद घर लौट कर वापस आयी और बताई की तीन लड़कों ने उसे जान से मारने की धमकी देते हुए अगवा कर ले गए और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। पीड़िता की मां की तहरीर पर गुरुवार को कैंट पुलिस ने तीन अज्ञात लड़कों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू की। किशोरी से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने चौबीस घंटे के अंदर तीनों दुष्कर्म आरापियों को गिरफ्तार कर लिया।
पीड़िता से पूछताछ के आधार पर तीनों को पुलिस ने दबोचा
डीसीपी पूर्वी हृदेश कुमार ने बताया कि कल कैंट थानाक्षेत्र में एक महिला ने तहरीर दी कि उसके बेटी के साथ तीन लड़कों न अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म किया। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने दुष्कर्म पीड़िता को बुलाकर पूछताछ की। उसके बताये गए सूत्र और सीसीटीवी के आधार पर पुलिस ने इरफान पुत्र निजामुद्दीन निवासी आदेश विहार थाना पारा, आसिफ पुत्र रहीश निवासी झोपडपट्टी जामा मस्जिद सदर बाजार कैंट, हलीम पुत्र सलीम निवासी झोपडपट्टी जामा मस्जिद सदर बाजार कैंट को गिरफ्तार कर लिया गया। प्रभारी निरीक्षक कैंट राजकुमार ने बताया कि तीनों दुष्कर्म आरोपियों ने किशोरी को उसके घर के पास से जबरदस्ती अगवा कर लिया था। इसके बाद बाहर ले जाकर सूनसान स्थान पर दुष्कर्म करने के बाद भाग गए। तीनों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
शहर में किशोरी को लेकर घूमते रहे और पुलिस की नजर
दुष्कर्म आरोपियों ने किशोरी के साथ तीन स्थानों (जनेश्वर मिश्रा पार्क, कैंट जंगल और लालबत्ती पुल) पर गैंगरेप किया। साथ ही किशोरी को बैठा कर पूरे शहर में घुमाया। इस दौरान सूनसान के अलावा स्कूटी कहीं पर रोका नहीं। ताकि किशोरी उनके चंगुल से भागने न पाऐ। सबसे पहले लालबत्ती चौराहा पुल के पास बने गौशाला पहुंचे वहां नशे की हालत में गैंगरेप किया। इसके बाद पकड़े जाने के डर से उसको जनेश्वर मिश्र पार्क ले गए। चौबीस घंटे बाद किशोरी को लेकर कैंट के जंगल में पहुंचे जहां फिर गैंगरेप किया लेकिन यहां से किशोरी उनके चंगुल से बचकर भाग निकली। इस दौरान किसी की नजर किशोरी पर नहीं पड़ी। जबकि कमिश्नरेट पुलिस जगह-जगह पर पेट्रोलिंग और गश्त का दावा कर रही है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि पुलिस लोगाें की सुरक्षा को लेकर कितना गंभीर है।