लखनऊ। बारिश के मौसम में संक्रामक बीमारियों के पैर पसारने का खतरा बढ़ जाता है। यही वजह है कि इन दिनों आई फ्लू यानी कंजक्टिवाइटिस के मामले में तेजी से इजाफा हो रहा है। यही वजह है कि इसका प्रभाव यूपी की राजधानी लखनऊ में भी देखने को मिल रहा है। केजीएमयू के नेत्र रोग विभाग की ओपीडी में आई फ्लू संक्रमण होने के मामले आने लगे हैं।स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है इसमें घबराने की आवश्यकता नहीं है यह हर साल इस मौसम में यह यह संक्रमण आता रहता है।इसमें सभी को साफ सफाई का ध्यान रखना चाहिए।

यूपी के अलावा अन्य राज्यों में भी इसका प्रकोप

उन्होंने बताया कि वहीं ये संक्रमण दिल्ली एनसीआर की बात करें तो लगभग 100 से अधिक मामले एम्स में दर्ज किए जा चुके है और इसके अलावा संक्रमण धीरे धीरे अन्य राज्यों में पैर पसारना शुरु कर दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि मौसम के उतार चढ़ाव में आई फ्लू के मामले हर साल पाए गए लेकिन इस वर्ष पिछले साल की तुलना में चार गुना अधिक मामले देखने को मिल रहे हैं। जिसमें दिल्ली,नागपुर,उत्तराखंड,और गुजरात और उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में करीब 60 लोगों में आई फ्लू होने की पुष्टि की गई है। वहीं राजधानी में भी आई फ्लू से ग्रसित मरीज मिलने शुरू हो गए हैं। जिसमें केजीएमयू के नेत्र रोग विभाग की ओपीडी में आई फ्लू के आने वाले मरीजों में लगभग अब तक कि 50 मरीजों में कंजक्टिवाइटिस होने की पुष्टि की गई है।

जानें आई फ्लू के लक्षण और बचाव

डिप्टी सीएमओ संचारी रोग विभाग डाॅ. निशांत निर्वान ने बताया कि आंखों का लाल होना, आंखों में सूजन,खुजली,जलन होना। आंखों से सफेद चिपचिपा पदार्थ निकलना, आंखों सामान्य से अधिक आंसू आना यह सभी लक्षण आई फ्लू के हो सकते हैं।स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश के मौसम में नमी होने के कारण संक्रमण होने का खतरा अधिक बढ़ जाता है।यह हर साल की तरह है,इसमें किसी को घबराने की आवश्यकता नहीं है।

आई फ्लू संक्रमण के प्रभाव से बचने के लिए आंखों और हाथो को साफ पानी से धोएं और बार बार आंखो को छूने से बचे। जिससे इन्फेक्शन बढ़ने के चांसेस कम होंगे। आई फ्लू होने के दौरान लोगों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए जिससे दूसरे व्यक्ति में यह इन्फेक्शन न फैल सके।इसके लिए चिकित्सक के परामर्श अनुसार ही आंखो में ड्रॉप का प्रयोग करें तथा स्वयं कोई दवा खाने से बचें। साथ ही गहरे रंग का चश्मा लगाए।जिससे रौशनी से दर्द (फोटोफोबिया )से बचा जा सकता है। आंख का इन्फेक्शन कम हो जाए तभी दूसरे लोगों से मिले और साफ सफाई का विशेष ध्यान रखे।

यह बारिश के मौसम में होने वाला इन्फेक्शन है, परेशान न हो

किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ के नेत्र विभाग के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. संजीव गुप्ता ने बताया कि यह बारिश मौसम में होने वाला इन्फेक्शन है,इससे घबराने की बिलकुल जरुरत नहीं है।इसमें साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। आई फ्लू इन्फेक्शन की स्थित में रूमाल या टॉवेल प्रयोग कर रहे हैं तो किसी दूसरे व्यक्ति को देने से बचें।जिससे यह संक्रमण किसी दूसरे व्यक्ति में न फेल सके ।इसके लिए नियमित हाथों को धुलते रहे ,दूसरे में न फैलने पाए इसके लिए लोगों से दूरी बनाकर रहें।वैसे भी एक हफ्ते तक साफ सफाई का ध्यान रखा जाए तो यह संक्रमण स्वतः समाप्त हो जाता है। ऐसे में परेशान होने की जरूरत नहीं है। बस सावधानी बरतते रहे।

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