लखनऊ। स्वास्थ्य विभाग के लिए अब राहत भरी खबर है। एएनएम की कमी के चलते स्वास्थ्य सेवाओं को देने में जो दिक्कत आ रही थी वह मुख्यमंत्री के प्रयास से आसान होने जा रहा है। वह ऐसे उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से चयनित 7182 एएनएम स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी ने नियुक्ति पत्र वितरित किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बीते छह साल में स्वास्थ्य विभाग ने नेशनल एवरेज से अच्छा काम किया है। दिमागी बुखार पर पूरी तरह नियंत्रण किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कोरोना महामारी को नियंत्रित किया
स्वास्थ्य विभाग के प्रयास से यह संभव हुआ। अंतर्विभागीय समन्वय से आगामी दो तीन साल में इंसेफेलाइटिस का पूरी तरह उन्मूलन कर देंगे। यह स्वास्थ्य विभाग का बड़ा मॉडल है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कोरोना महामारी को नियंत्रित किया। गांव गांव में जाते थे स्वास्थ्य विभाग के कर्मी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता स्केनिंग करती थी। फील्ड में हेल्थ वर्कर ने काम किया तो कोरोना को नियंत्रण करने का मॉडल पेश किया। विभाग में पारदर्शिता से चयन हुआ है। उन्होंने कहा कि आज नियुक्ति पत्र वितरित किए जा रहे हैं।
एएनएम का दायित्व है कि गावों तक बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना
नवचयनित स्वास्थ्य कर्मियों का दायित्व है कि गांव गांव तक बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाएं। नेशनल फैमली हेल्थ सर्वे में सही आंकड़े फीड होने चाहिए। नेशनल औसत से अच्छा काम होना चाहिए नही तो लोग कहेंगे कि यूपी नही सुधरेगा। सरकार ने एक जिला एक मेडिकल कॉलेज को खोलने की दिशा में आगे बढ़ रही है। 600 से ज्यादा हेल्थ एटीएम के माध्यम स्वास्थ्य जांच की सुविधा मिल रही है। अब स्वास्थ्य सुविधा के अभाव में कोई दम नही तोड़ सकता। दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता है। लोग गाली दे, यही नारकीय जीवन है और लोग सम्मान दें यही स्वर्ग है।