लखनऊ । झांसी एनकाउंटर में मारे गए माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम का 3 डॉक्टरों के पैनल ने गुरुवार देर रात 2 बजे तक पोस्टमॉर्टम किया। रिपोर्ट के अनुसार, माफिया के बेटे असद को दो गोलियां लगीं, जबकि शूटर गुलाम एक ही गोली में ढेर हो गया।वहीं असद को दो गोलियां लगी हैं। एक गोली पीछे से पीठ में लगकर दिल और सीने को चीरते हुए बाहर निकल गई। जबकि दूसरी गोली सीने में लगी और गले में जाकर फंस गई।
पूरे पोस्टमार्टम की कराई गई वीडियोग्राफी
डॉक्टरों की टीम ने शरीर के भीतर से गोली को बरामद किया है। वहीं, शूटर गुलाम को सिर्फ एक गोली लगी, जो पीठ में लगकर दिल व सीने को चीरते हुए बाहर निकल गई। गोली से ही दोनों की मौत हुई है।डॉ. शैलेश गुप्ता, डॉ. नीरज सिंह और डॉ. राहुल पाराशर के पैनल ने रात करीब 9 बजे पोस्टमार्टम शुरू किया। दाेनों शवों के पोस्टमार्टम करने में करीब 5 घंटे का वक्त लगा। इस दौरान पूरे पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई है।
रात में झांसी पहुंच गए अशद के परिजन
देर रात तक न तो असद के परिजन झांसी पहुंचे और न ही गुलाम का परिवार लाश लेने के लिए आया। पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव पोस्टमार्टम हाउस में रखवाए गए हैं। आसपास भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है। बाहर पुलिस का पहरा लगाया गया है।असद और गुर्गे गुलाम के शवों का अंतिम संस्कार दोपहर बाद प्रयागराज के कसारी मसारी कब्रिस्तान में किया जाएगा। इसकी तैयारियां पूरी की जा रही हैं और कब्र खोदने का काम सुबह से ही चल रहा है। कसारी मसारी कब्रिस्तान अतीक अहमद के घर के कुछ ही दूर पर स्थित है।
गुलाम का शव लेने को तैयार नहीं परिवार
गुलाम की मुठभेड़ में मौत के बाद उसके भाई राहिल हसन ने कहा कि वह गुलाम हसन का शव नहीं लेंगे। वह आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति था।उसने हमारे परिवार की छवि को मिट्टी में मिलाने का कार्य किया है। इसलिए हम उसके शव को नहीं लेंगे।