लखनऊ । राजधानी की पुलिस ने साइबर ठग के खिलाफ एक बड़ा अभियान छेड़ दिया है। इसी अभियान के क्रम में सोमवार को साइबर क्राइम सेल द्वारा चार लोगों से की गई आॅनलाइन ठगी के मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए 2 लाख 34 हजार रुपये वापस कराया। ठगी के रुपये पाकर लोगों के खुशी का ठिकाना न रहा। रुपये वापस मिल जाने के बाद साइबर क्राइम सेल को धन्यबाद दिया। इस दौरान साइबर ठगी से पीड़ित लोगों को ऑनलाइन ठगी के बारे में बताया कि मोबाइल पर अनजान मैसेज आने पर उससे दूर रहे और कोई जवाब न दें।

अपना क्रेडिट कार्ड अपलोड कर लीजिए नहीं तो बंद हो जाएगा


डीसीसी मध्य अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि शिकायर्ता राम देव वर्मा के द्वारा एक प्रार्थना पत्र साइबर क्राइम सेल मे दिया गया। जिसके माध्यम से उन्होंने अवगत कराया कि साइबर अपराधियों के द्वारा एसएसएस के माध्यम से एक मोबाइल नंबर के साथ संदेश भेजा कि आप अपने क्रेडित कार्ड को अपलोड कर लीजिये नहीं तो आपका कार्ड बंद कर दिया जाएगा।

तत्पश्चात उन्होंने उक्त नंबर पर काल कर संपर्क किया गया तो उसने अपने आप को एसबीआई क्रेडित बैंक का कर्मचारी बताते हुए कार्ड अपडेट करने के लिए लिंक के माध्यम से एनी डेस्क एट डाउनलोड कराकर उनके क्रेडिट कार्ड से 99470 रुपये की कर लिये गये थे। शिकायतकर्ता द्वज्ञरा साइबर सेल में दिये गए प्रार्थना पत्र के आधार त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित बैंक व कंपनियों से संपर्क कर संदिग्ध खातों को फ्रीज करा दिया गया। इसके बाद इस प्रकरण में नियमानुसार कार्रवाई कराते हुए साइबर ठगों के द्वारा ठगी गयी सम्पूर्ण धनराशि 99479 रुपये वापस करा दिया गया।

वर्क फ्रॉम होम जॉब के नाम पर की ठगी

इसी प्रकार से धर्मेन्द्र कुमार सिंह के द्वारा साइबर क्राइम सेल को 84 हजार आनलाइन ठगी के संबंध में प्रार्थनापत्र दिया गया है। धमेंद्र कुमार से भी साइबर ठगों ने क्रेडिट कार्ड प्रोटेक्शन के नाम पर ठगी किया। इस मामले में भी त्वरित कार्रवाई करते हुए साइबर क्राइम सेल द्वारा 44 हजार 498 रुपये वापस करवाया गया है। आगे पूरा पैसा वापस करवाने के लिए प्रयास किया जा रहा है।

तीसरी घटना अभिषेक मिश्रा के साथ हुई। उनके द्वारा साइबर क्राइम को दिये गये प्रार्थना पत्र में बताया गया कि साइबर अपराधियों द्वारा उनके खाते से टेलीग्राम के माध्यम से वर्क फ्रॉम होम जॉब के नाम पर कुल 27 हजार रुपये की ठगी कर ली। इनका भी पूरा पैसा वापस कराया गया। चौथी घटना दिलीप कुमार मिश्रा के साथ हुई। इनके द्वारा साइबर सेल को बताया गया कि क्रेडिट कार्ड अपडेट के नाम पर सत्तर हजार रुपये साइबर ठग निकाल लिये। इस मामले में भी साइबर ठगों द्वारा निकाली गई कुल राशि में से 64 हजार 302 रुपये शिकायतकर्ता के खाते में वापस करायी गई।

अपरचित व्यक्ति द्वारा लिंक भेजने पर भूलकर मोबाइल न करे डाउनलोड


एसीपी साइबर क्राइम अभिनव यादव ने बताया कि साइबर क्राइम के बढ़ते अपराध को देखते हुए लोगों को अपील की जाती है कि मोबाइल पर किसी तरह के मैसेज प्राप्त होने अपनी नजदीकी शाखा से संपर्क करें। किसी भी अपरचित लिंक व एनीडेस्क तथा क्वीक स्पोर्ट डाउनलोड न करें। अन्यथा आप ठगी के शिकार हो जाएंगे।

वैसे तो साइबर क्राइम सेल विभाग द्वारा समय-समय पर साइबर क्राइम के बारे में लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है। फिर भी लोग जानकारी के अभाव में साइबर ठग के चक्कर में फंस जा रहे है। अगर किसी के साथ साइबर ठगी की घटना हो तो तत्काल साइबर क्राइम सेल को सूचित करें। तत्काल सूचना देने पर पैसा तुरंत वापसी होने की संभावना अधिक रहती है।

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