भदोही। नगर पंचायत घोसिया की सीट इस बार पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित की गई है। 13 वार्डों वाले इस निकाय का अपना एक इतिहास रहा है। यहां नगर पंचायत गठन के 10 साल बाद पहला चुनाव हुआ। 20 साल तक अध्यक्ष पद पर एक ही परिवार का दबदबा बना रहा। पिछले तीन चुनाव के सीटों पर नजर डाले तो देखा जाय तो 2017 में सामान्य महिला और 2012 व 2007 में यह सीट पिछड़ा वर्ग पुरुष आरक्षित थी। चुनावी बिगुल बजने से नगर पंचायत घोसिया में सरगर्मी बढ़ गई है। घोसिया नगर पंचायत 1978 के पूर्व ग्राम सभा था।
अध्यक्ष से पहले भी हुआ करते थे निर्विरोध ग्राम प्रधान
यहां के ग्राम प्रधान गुफरान अहमद निर्विरोध प्रधान हुआ करते थे। 10 मार्च 1978 को टाउन एरिया बना। यहां लगातार दो चुनावों में एसडीएम हीरालाल और रामाश्रेय ने प्रशासक की जिम्मेदारी संभाली। घोसिया में पहला चुनाव नगर पंचायत गठन के 10 साल बाद 1988 में हुआ। इसमें प्रधान गुफरान के घर के ही सोफियान अहमद पहले अध्यक्ष चुने गए। दूसरा चुनाव 1995 में हुआ। इसमें मो. अली और 2000 के तीसरे चुनाव में सोफियान अहमद ने दूसरी बार अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाया।
छ: बार के चुनाव में चार बार एक ही परिवार का दबदबा रहा
2007 के पहले चौथे चुनाव में जनता ने एबरार अली पर भरोसा जताया। 2012 में सोफियान अहमद के पुत्र नुमान अहमद नगर अध्यक्ष बने। 2017 के चुनाव में पूर्व अध्यक्ष कि पत्नी रजिया परवीन प्रथम महिला नगर अध्यक्ष चुनी गई। पिछला रिकार्ड देखा जाय तो छ: बार के चुनाव में चार बार एक ही परिवार का दबदबा रहा। नवंबर में अध्यक्ष पद का कार्यकाल समाप्त होने के बाद नगर पंचायत की कमान एडीएम प्रशासक के रूप में संभाल रहे है।