प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अधिवक्ता उमेश पाल उर्फ कृष्ण कुमार हत्याकांड में पुलिस ने सोमवार सुबह लगभग पांच बजे उमेश पाल को पहली गोली मारने वाले कोधियारा क्षेत्र के रहने वाले विजय चौधरी उर्फ उस्मान को एनकाउंटर ढेर कर दिया है।अब विजय की पत्नी ने एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए कहा कि हम अतीक अहमद को नहीं जानते थे और मेरे पति का नाम सिर्फ विजय चौधरी है।विजय के घर मातम पसरा हुआ है।हर कोई पुलिस को कोस रहा है।पूरा परिवार एनकाउंटर की थ्योरी पर ही सवाल उठा रहा है।
हम लोग हिंदू हैं, जबरदस्ती हम लोगों का नाम उस्मान बताया जा रहा
बिलखती हुई पत्नी कहा कि हम लोग हिंदू हैं, जबरदस्ती हम लोगों का नाम उस्मान बताया जा रहा है।पत्नी ने कहा कि मेरे पति के साथ मुझे भी मार दिया जाए क्योंकि मेरे आगे पीछे कोई नहीं है, मैं किसके सहारे जिऊंगी. पत्नी का कहना है कि हम लोग किसी अतीक को नहीं जानते हैं, वह तो सीधे थे सिर्फ गाड़ी चलाया करते थे। पुलिस का दावा है कि विजय चौधरी ने ही उमेश पाल पर पहली गोली चलाई थी।विजय की गोली से उमेश पाल के सुरक्षाकर्मी भी मौत हुई है।पुलिस की माने तो विजय चौधरी का नाम अतीक के बेटों ने उस्मान रखा था और वह अतीक अहमद गैंग का शॉर्प शूटर है।उमेश पाल की हत्या में उसने ही पहली गोली चलाई थी, जिसके बाद कई शूटरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की।
विजय उर्फ उस्मान को अतीक गैंग का अहम सदस्य बताया जा रहा
बताया जा रहा है कि प्रयागराज पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड में शामिल पांच शूटरों की शिनाख्त कर ली थी, लेकिन पहली गोली चलाने वाले विजय उर्फ उस्मान को पहचान नहीं पा रही थी। पुलिस ने फिर अपने मुखबिरों को सक्रिय किया। रविवार को पुलिस के पास एक फोन आया और उसने उमेश पाल पर पहली गोली चलाने वाले विजय के बारे में जानकारी दी। जानकारी के बाद पुलिस ने आउटर एरिया में विजय उर्फ उस्मान को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। सोमवार सुबह लगभग पांच बजे जैसे ही पुलिस ने विजय उर्फ उस्मान को पकड़ने की कोशिश की तो फायरिंग शुरू हो गई। फायरिंग में एक सिपाही घायल हो गया।पुलिस की जवाबी कार्रवाई में विजय उर्फ उस्मान मारा गया।विजय उर्फ उस्मान को अतीक गैंग का अहम सदस्य बताया जा रहा है।
शूटरों पर इनाम पचास हजार से बढ़ाकर ढाई लाख कर दिया गया
बता दें कि बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल उर्फ कृष्ण कुमार 24 फरवरी को अपने घर के सामने जैसे ही अपनी क्रेटा कार से उतरे थे, तभी घात लगाकर बैठे विजय उर्फ उस्मान ने फायरिंग शुरू की और गोली लगते ही उमेश जमीन पर गिर पड़े।फिर शूटर गुलाम मोहम्मद और बमबाज गुड्डू मुस्लिम समेत दूसरे बदमाशों ने उमेश समेत दो सुरक्षाकर्मियों की हत्या कर दी थी।पूरा हत्याकांड घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गया था।पुलिस की जांच पड़ताल में पता चला कि उमेश पाल हत्याकांड को 7 शूटर्स ने अंजाम दिया था।इनमें अरबाज और विजय उर्फ उस्मान को एनकांउटर में यूपी पुलिस ने ढेर कर दिया है और पांच अभी फरार हैं।सभी शूटरों पर इनाम 50-50 हजार से बढ़ाकर ढाई-ढाई लाख कर दिया गया है।