ऐसी लागी लगन मीरा हो गई मगन,वो तो गली-गली हरि गुण गाने लगी। मीरा बाई का यह भजन भगवान श्रीकृष्ण के प्रति अटूट प्रेम भाव भले ही दर्शाता है लेकिन औरैया की रहने वाली रक्षा सोलंकी को आज के समय की मीराबाई कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगा। चूंकि रक्षा सोलंकी भगवान श्रीकृष्ण के प्रेम में इस कदर पागल हुई कि उन्हें अपना पति परमेश्वर मानते हुए उनकी मूर्ति से विवाह रचा लिया। इसके बाद मांग में सिंदूर भर लिया। अब यह मामला प्रकाश में आने के बाद चर्चा का विषय बन गया है।

रक्षा ने भगवान की मूर्ति को ही मान लिया अपना पति

लड़का-लड़की प्यार में पागल होकर घर से भागकर शादी कर लिया, या प्रेमी ने प्रेमिका को पाने के लिए जाने दे दी। घर वाले प्यार पर पहरा बैठाया से प्रेमी-प्रेमिका न खुदखुशी कर ली। इस तरह के प्यार वाले किस्से और कहानियां जरूर सुने होंगे लेकिन किसी लड़की का भगवान की मूर्ति से प्रेम हो जाए और उसी मूर्ति के साथ शादी कर ले तो यह नहीं सुना होगा। यह सुनने में अजीब जरूर लग रहा होगा लेकिन एक सच्चाई है। लड़की ने भगवान की मूर्ति को ही अपना पति मान लिया है।

औरैया जिले के बिधूना कस्बे की रहने वाले है रक्षा सोलंकी

पूरी हकीकत यह है कि उत्तर प्रदेश के औरैया जिले के बिधूना कस्बे की रहने वाली रक्षा सोलंकी जुलाई 2022 को मथुरा के वृंदावन गई और वहीं पर अपना सब कुछ कन्हैया को मान बैठीं। वहीं से कन्हैया की मूर्ति लेकर आयीं। इसी के बाद बाद से घर वालों से कन्हैया से शादी करने की रट लगाई थी। बेटी की श्रीकृष्ण भक्ति में लीन होने से घर वाले भी परेशान हो गए और शादी करने के बात चलाने लगे। इस पर रक्षा अंत: अाखिर फैसला सुना डाला कि अगर शादी करेंगी तो भगवान श्रीकृष्ण से अन्यथा नहीं। अंत में परिवार और रिश्तेदार राजी हो गये और शादी की तैयारियां शुरू कर दी।

भगवान कृष्ण की मूर्ति गोद में लेकर लिए सात फेरे

आखिकार 11 मार्च दिन शनिवार को रक्षा सोलंकी ने औरैया में ही अपने रिश्तेदारों की मौजूदगी में भगवान कृष्ण की मूर्ति के साथ शादी कर ली। पंडित जी ने पंडित जी ने मंत्रोचार करके विधि-विधान से सात फेरे करवाए। पूरे रीति-रिवाज के साथ शादी की रस्में पूरी हुईं। इस दौरान दावत भी दी गई। जिसमें लोगों ने भाग लेकर शादी देखी फिर दावत खाई। रक्षा ने बकायदा श्री कृष्ण की मूर्ति पर वरमाला डालीं और फिर मूर्ति को गोद में लेकर सात फेरे लिये।

सपने में भगवान ने आकर उसके गले में डाली वरमाला

रक्षा सोलंकी एमए करने के बाद अब एलएलबी की पढ़ाई कर रही है। पिता रणजीत सोलंकी पूर्व प्रधानाचार्य हैं। उनके चार बच्चे हैं, जिनमें तीन बेटियां और एक बेटा है। रक्षा का कहना है कि उसे पिछले काफी समय से सपने आ रहे है कि भगवान कृष्ण उसके पास आए हैं और उसके गले में वरमाला डालीं। उसका कहना है कि एक बार शादी रचा ली तो फिर दूसरे व्यक्ति से शादी कैसे कर सकती है। अब रक्षा की यह शादी चर्चा का विषय बन गई है।

एक नेत्रहीन युवती भी 2016 में श्रीकृष्ण की मूर्ति से की थी शादी

मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड के टीकमगढ़ में दिसंबर 2016 में धूमधाम से बारात निकली। सभी घराती मेहमानों का स्वागत करने में जुटे थे। नेत्रहीन दूल्हन के विवाह में पूरा गांव शरीक नजर आ रहा था। मगर दूल्हे को देख सभी अचरज में पड़ गए। दूल्हे की बेदी पर भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति रखी थी। इस अनोखे विवाह की चर्चा दूर-दूर तक हो रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *