उत्तर प्रदेश में आज तीन दिनों तक ओलावृष्टि,आंधी बिजली के साथ बारिश की चेतावनी मौसम विभाग ने जारी की है। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क‌ई इलाकों में आज गरज- चमक के साथ बारिश हो सकती है। इस तरह का मौसम पूर्वी उत्तर प्रदेश में रहेगा। वैसे तो शुक्रवार की रात में झांसी समेत कई जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि होने से फसलें गिर गई है। साथ ही बिजली गिरने से यूपी के बाराबंकी में एक तथा कुशीनगर में तीन के मरने की सूचना है।

भारत के क‌ई राज्यों में मौसम ने बदला रुख

18 से 20 मार्च तक तेज हवाओं संग बारिश होगी।हिमालय में बनी चक्रवाती परिस्थितियों के चलते भारत के क‌ई राज्यों में मौसम ने रुख बदला है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, बिहार और झारखंड के क‌ई स्थानों पर बारिश ओलावृष्टि, तेज आंधी चल रही है। मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश और दिल्ली के आसपास के इलाकों में आसमान में बादल छाने और हल्की बारिश होने का अनुमान जताया है।

खड़ी फसलों में अभी न करें सिंचाई

कृषि विभाग ने किसानों को सावधान करते हुए कहा है कि खड़ी फसल में सिंचाई न करने को कहा है। जहां बारिश नहीं हुई और सरसों पक गई है वहां फसल की कटाई तत्काल करने की सलाह दी है। कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि यदि ओलावृष्टि हो गई गेहूं, सरसों आदि सभी फसलें ज्यादा प्रभावित हो जाएंगी। यदि फसल 15 से 20 फीसदी क्षतिग्रस्त हो गई हो तो साफ आसमान में यूरिया की टॉप ड्रेसिंग करने की सलाह दी जाती है।

कृषि विभाग द्वारा किसानों को यह दी जा रही सलाह

मौसम को देखते हुए किसानों को सलाह दी जा रही है कि यदि ज्यादा नुकसान हो तो जायद के लिए खेत तैयार करें। इसके अलावा कटी फसल को पॉलीथिन से ढकने को कहा गया है। इस बारिश से मक्का, उर्द, मूंग में कम अंकुरण होगा। चना, मटर, मक्का, और मूंगफली के खेतों में जल जमाव के कारण बीज विस्थापन के परिणामस्वरूप खराब अंकुरण हो सकता है। इसी तरह तेज हवाएं फसलों को प्रभावित करेंगी। इसलिए किसान इन बातों का खास ध्यान रखें।

गरज चमक संग बारिश से किसान सहमे

कालीन नगरी भदोही में मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल गया है। बृहस्पतिवार की देर रात गरज – चमक के साथ बारिश हुई। जबकि पूरे दिन बादलों की जमघट बना रहा। मौसम विभाग का दावा है कि आगामी तीन दिनों से चार दिनों यानी 21 मार्च तक इसी तरह का मौसम बना रहेगा। जिला कृषि मौसम सर्वेश बरनवाल ने बताया कि मौसम में बदलाव के कारण दिन के तापमान में तीन से चार डिग्री की कमी देखी जाएगी। किसानों से आह्वान किया कि गेहूं समेत अन्य फसलों की सिंचाई न करें। साथ ही चना, मटर, सरसों आदि की कटाई व मड़ाई का काम युद्ध स्तर पर करने की बात कही। गरज- चमक को देखते हुए पशुओं को खुले आसमान के नीचे न बांधने की सलाह दिया। देर रात गरज चमक के बाद किसानों में अफरातफरी मच गई।

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