प्रयागराज। गुजरात के साबरमती जेल से सड़क मार्ग से उमेश पाल हत्या कांड के आरोपी माफिया डॉन अतीक अहमद को लेकर पुलिस टीम सोमवार की शाम 5,30 बजे प्रयागराज नैनी जेल पहुंचा। वही दूसरी ओर बरेली जेल से अतीक के भाई खालिद अंजीम उर्फ अशरफ को भी बरेली जेल से देर शाम पुलिस लेकर नैनी केद्रीय जेल नैनी पहुंची। अतीक का काफिला जेल में दाखिल होने के बाद उसका मेडिकल कराई गई तथा कागजी कार्रवाई होने के बाद उसे हाई सिक्योरिटी बैरक में भेजा गया ।
आज एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश किया जाएगा
ऑपरेशन अतीक रिटर्न्स के तहत अतीक का काफिला 1300 किलोमीटर का सफर 25 घंटे में पूरा करके शाम 5.30 बजे नैनी जेल पहुंचा। अतीक के काफिले के पहुंचने से पहले सुरक्षा के जबरदस्त इंतजाम कर लिए गए थे। अतीक के काफिले के साथ उनके परिवार की गाड़ियां भी प्रयागराज पहुंच चुकी हैं। अतीक अहमद ने 2006 मे उमेश पाल का अपहरण कर लिया था। उमेश ने 2007 मे माफिया अतीक अहमद तथा भाई अशरफ के बिरूद अपहरण का मुकदमा दजॅ कराया था । उमेश पाल अपहरणकांड के आरोपित अतीक तथा अशरफ को कल (28 मार्च) एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश किया जाएगा।
यूपी पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर प्रयागराज ले आई है अतीक को
साबरमती केंद्रीय कारागार में बंद माफिया अतीक अहमद को यूपी पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर प्रयागराज ले आई है। साबरमती से प्रयागराज की दूर लगभग 13 सौ किमी है, जिसे तय करने में यूपी पुलिस के काफिले को करीब 24 घंटे से ज्यादा समय लगा। वही दूसरी ओर आज बरेली केंद्रिय कारागार से यूपी पुलिस की 24 सदस्यी टीम सुबह सुबह नौ बजे खालिद अंजीम उर्फ अशरफ को लेकर शाम सात से साढे़ सात के बीच प्रयागराज के केद्रीय कारागार नैनी पहुंची ।
सीसीटीवी कैमरे से बैरक की जा रही निगरानी
नैनी जेल में अतीक व अशरफ को अलग-अलग हाई सिक्योरेटी बैरक में रखा गया है । बैरक की सीसीटीवी कैमरे के निगरानी में है । नैनी जेल में पहले से बड़ा पुत्र भी बंद है । अतीक की एक बहन गुजरात से काफिले के साथ थी वही दूसरी बहन बरेली से अशरफ के काफिले के पीछे थी । यूपी पुलिस ने माफिया अतीक अहमद तथा अशरफ को नैनी जेल में रखा है।
फैसला आने के बाद वापस अतीक को भेज दिया जाएगा जेल
अब 28 मार्च को उमेश पाल अपहरण मामले में सजा सुनाए जाने के दौरान अतीक अशरफ को कोर्ट में पेश किया जाएगा। सजा सुनाए जाने के बाद माफिया अतीक को वापस जेल भेज दिया जाएगा।वही अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा ने कहा कि न्यायलय के आदेश पर प्रयागराज लाया गया है ।न्यायलय जो भी फैसला सुनाएगी वह हम स्वीकार करेगें ।