लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लोकतंत्र नहीं बल्कि बुलडोजर तंत्र है। योगी सरकार की पुलिस जिसकी नैतिक जिम्मेदारी जनता की रक्षा-सुरक्षा होती है, वह मासूम लोगों की जान ले रही है। जिस प्रकार कानपुर देहात के मैथा तहसील की मडौली, पंचायत के चेला गांव में ग्राम समाज की जमीन से कब्जा हटाने पहुंची पुलिस और प्रशासनिक अफसरों के सामने जिस प्रकार मां-बेटी की जिंदा जलकर दर्दनाक मृत्यु हो जाती है उसके लिए पूरी तरह योगी सरकार जिम्मेदार है।
मानवीय अधिकारों को कुचला जा रहा है बुलडोजर से
कांग्रेस अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में लोकतंत्र पूरी तरह से खत्म हो चुका है। मानवीय अधिकारों को बुलडोजर से कुचला जा रहा है। कानपुर की घटना दिल दहला देने वाली है। आज योगी सरकार की पुलिस का अमानवीय और क्रूरतम चेहरा एक बार फिर बेनकाब हो गया। उन्होंने योगी सरकार से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान किए जाने की मांग की और दोषी अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की भी मांग की है।
भाजपा की योगी सरकार अहंकार में चूर है : कांग्रेस अध्यक्ष
खाबरी ने बताया कि आज जब कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मिलने जा रहा था तो योगी सरकार की तानाशाही पुलिस ने उन्नाव के नवाबगंज टोल पर कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को रोक दिया गया। यह कहां का न्याय है? क्या हम एक पीड़ित परिवार से अपनी संवेदना भी व्यक्त नहीं कर सकते। एक तरफ पुलिस मासूम जनता को अपनी क्रूरता का शिकार बना रही है तो दूसरी ओर कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल जो स्वयं मेरे नेतृत्व में प्रांतीय अध्यक्ष नसीमुद्दीन सिद्दीकी व नकुल दुबे सहित अन्य नेताओं के साथ पीड़ित परिवार से मिलने जा रहा था उसे मिलने नहीं दिया गया। उन्होंने कहा भाजपा की योगी सरकार अहंकार में चूर है। वह यह भूल रही है कि प्रदेश की सम्मानित जनता ने उन्हें सुशासन और खुशहाली के लिए सत्ता पर बैठाने का काम किया था अब यही जनता उन्हें उनके कुकृत्यों के चलते सत्ता से बेदखल करेगी।