भूकंप के कारण तुर्की में तबाही जैसा मंजर देखा जा रहा है।क्योंकि भूकंप ने यहां पर तबाही मचा दी है। तुर्की और सीरिया में भूकंप से अब तक चार हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई है जबकि हजारों इमारतें जमींदोज हो गई है। मलबे में जिंदगी की तलाश की जा रही और जैसे-जैसे राहत और बचाव का काम आगे बढ़ रहा है वैसे-वैसे मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है।भूकंप की वजह से हुई हजारों मौत के बाद तुर्की में 7 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने घोषणा की कि कई दक्षिणी प्रांतों में भूकंप आने के बाद तुर्की में सात दिनों का राष्ट्रीय शोक रहेगा।
इस भीषण त्रासदी में भारत ने भेजी मदद
भारत ने भी इस भीषण त्रासदी में मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। यहां से एनडीआरएफ की दो टीमें राहत सामग्री समेत रवाना की गई है। मंगलवार सुबह इंडियन एयर फोर्स के विमान सी-17 से इन टीमों को रवाना किया गया है। इस टीम में स्निफर डॉग भी शामिल हैं।एनडीआरएफ के डीआईजी, ऑपरेशन और प्रशिक्षण मोहसिन शहीदी ने कहा कि भारत सरकार ने एचएडीआर (मानवीय सहायता और आपदा राहत) कार्यों के लिए एनडीआरएफ की दो टीमों को तुर्की भेजने का निर्णय लिया है।
दो प्रशिक्षित टीमों को तुर्की और सीरिया के लिए रवाना किया
दो प्रशिक्षित टीमों को तुर्की और सीरिया के लिए रवाना किया गया है। गाजियाबाद में आठ बटालियन में से एक और कोलकाता में दूसरी बटालियन की दो टीमों के लगभग 101 एनडीआरएफ कर्मी इस मिशन के लिए जा रहे हैं। इस टीम के साथ पैरामेडिकल स्टाफ भी मौजूद है।तुर्की और सीरिया सहित चार देशों में सोमवार को भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी। यहां बीते दिन तीन बार भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप की वजह से कई इमारतें धराशायी हो गईं। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी गई।