लखनऊ। कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही द्वारा कृषि भवन के सभागार में समस्त योजनाधिकारियों के साथ वित्तीय वर्ष 2022-23 की समाप्ति को देखते हुए समीक्षा बैठक की गयी। जिसमें वित्तीय समीक्षा करते हुए समस्त योजनाधिकारियों से परियोजनावार प्रत्येक बिन्दु पर वित्तीय एवं भौतिक समीक्षा कर केन्द्र पोषित एवं राज्य पोषित योजनाओं में आंवटित धनराशि को ससमय व्यय करने के सख्त निर्देश दिये गए। किसानों को बीज/कृषि रक्षा रसायन खरीदने के पश्चात डीबीटी द्वारा तत्काल अनुदान की धनराशि कृषकों के खाते में ट्रान्सफर करने के भी निर्देश दिये गए।
कृषकों को तत्काल उपलब्ध कराया जाय अनुदान
श्री शाही ने विभाग द्वारा चलाये जा रहे कृषि यन्त्रीकरण योजना के तहत कृषकों को अनुदान तत्काल उनके खातों में डीबीटी के माध्यम से कराये जाने के निर्देश दिये। परियोजनाधिकारी (पीएमकुसुम) द्वारा अवगत कराया गया कि प्रधानमन्त्री किसान उर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महा अभियान (पीएमकुसुम) के तहत 30 हजार सोलर पम्प के लक्ष्य के विपरीत 25,579 सोलर पम्प का आवंटन कर दिया गया है।
राष्ट्रीय स्तर पर बनाया जाएगा किसान महाकुम्भ
अपर मुख्य सचिव कृषि द्वारा माह अक्टूबर में होने वाले किसान महाकुम्भ के आयोजन के सम्बन्ध में संयुक्त कृषि निदेशक को निर्देशित किया कि किसान महाकुम्भ की तैयारी अभी से प्रारम्भ कर दी जाये। जिससे आयोजित होने वाले किसान महाकुम्भ से किसानों को नवीन तकनीक की जानकारी के साथ विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी से जागरूक किया जा सके तथा आयोजित किसान महाकुम्भ राष्ट्रीय स्तर का बनाया जा सके।
कृषि निदेशक ने कृषि मंत्री को सौंपी ट्राफी
26 जनवरी को विधान भवन के सामने से निकाले जाने वाली झांकी में कृषि विभाग की झांकी को मिली ट्रॉफी को कृषि निदेशक ने कृषि मंत्री को सौंपी गई। बैठक में कृषि राज्य मन्त्री बलदेव सिंह औलख, अपर मुख्य सचिव कृषि डा देवेश चतुर्वेदी, कृषि निदेशक विवेक कुमार सिंह के साथ कृषि निदेशालय के समस्त योजनाधिकारी तथा सभी वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।