इस साल कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने को हैं, वहीं 2024 में लोकसभा चुनाव होना है। इससे पहले बीजेपी को अपने नेताओं की बयानबाजियां चिंतित करने लगी है। चुनाव से पहले पार्टी धार्मिक और विवादास्पद मुद्दों को लेकर अपनी छवि साफ करना चाहती है। यही वजह है कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी सांसदों को सख्त निर्देश दिया है।सूत्रों के मुताबिक, जेपी नड्डा ने स्पष्ट शब्दों में पार्टी सांसदों को यह निर्देश दिया कि वे धार्मिक और विवादास्पद मुद्दों पर बयान न दें। उन्होंने कहा कि इस तरह के मुद्दों पर अगर जरूरत पड़ी, तो पार्टी की ओर से अधिकृत प्रवक्ता ही बयान देंगे।
धार्मिक मामले जिनके विषय हैं, वही इसे देखेंगे
पार्टी सांसदों के साथ वर्चुअल बैठक में जेपी नड्डा ने कहा कि विवादित और धार्मिक मुद्दों पर बयानबाजी उचित नहीं है। धार्मिक मामले जिनके विषय हैं, वही इसे देखेंगे। राजनीतिक लोगों को इससे दूर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी में एक व्यवस्था है और व्यवस्था के मुताबिक ऐसे मुद्दों पर पार्टी के अधिकृत प्रवक्ता ही बयान देते हैं। पार्टी सांसदों की बैठक को संबोधित करते हुए बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्र को दोहराते हुए सांसदों को फिर से यह याद दिलाया कि, हमारा थीम सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास है। सभी को इसी थीम पर काम करना है।
बागेश्वर धाम को लेकर भी बोले नड्डा
नड्डा ने बैठक में हाल ही में सुर्खियों में आए बागेश्वर धाम का जिक्र करते हुए कहा कि जिन सांसदों की आस्था बागेश्वर धाम में हैं वे वहां जाएं, लेकिन इस पर बेवजह बयानबाजी न करें। बीजेपी अध्यक्ष ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सनातन धर्म से जुड़े मामले हो या धर्म से जुड़े धार्मिक मामले, यह जिनका विषय है उन्हीं को इस पर बोलना चाहिए।
जनता के बीच जाने का निर्देश
जेपी नड्डा ने ऑनलाइन बैठक के दौरान कहा कि बजट, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जनता के बीच जाएं, प्रेस कांफ्रेंस करें, जिससे केंद्र सरकार की जनहित की योजनाओं की जानकारी आम लोगों तक पहुंच सके। नड्डा ने कहा कि सांसद स्थानीय संगठन के साथ मिलकर बूथ और शक्ति केंद्र मजबूत करें। नड्डा ने ये भी कहा कि सांसद, खेल स्पर्धा समेत अन्य कार्यक्रम पूरा करें