लखनऊ। स्वच्छ भारत मिशन केअन्तर्गत लगभग सात लाख रुपये की लागत से बना कस्बा माल स्थित मॉडल हाईटेक पिंक सामुदायिक स्वच्छता परिसर में अरसे से ताला लटक रहा है।भृष्टाचार की भेंट चढ़कर साल डेढ़ साल में ही खंडहर में तब्दील होने की कगार पर पहुंच रहा उक्त परिसर अधिकारियों की अनदेखी की कहानी बयां कर रहा है। जबकि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लगातार स्वच्छता पर जोर दिया जा रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती द्वारा गोद ली गई माल पंचायत के नागरिकों की मूलभूत जरूरत के अनुरूप छह लाख रुपये की कीमत से बना मॉडल स्वच्छता परिसर में कई माह से ताला लटक रहा है। मिल बांट कर खाने की भृष्ट परम्परा के तहत अधोमानक सामग्री से निर्मित उक्त शौचालय के टैंक उखड़ गए हैं।अंदर की सीट,टोंटी,लाइट,पानी आदि की व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है।बाहर कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। रास्ते तक आ चुका कूड़ाकिसी बड़ी संक्रामक बीमारी को जन्म देने की स्थिति में है।
ग्रामीणों का आरोप है कि भवन के निर्माण में जमकर धांधली की गई है।पीली ईंट,कमजोर मसाले से बने शौचालय का प्लास्टर भी उखड़ने लगा है।सबसे ताज्जुब यह है कि अधिकारी सब कुछ जानते हुए भी अनजान बने हुए हैं।कई बार कस्बा वासियों ने प्रशासन को चेताया।परन्तु किसी के कान पर जू नहीं रेंगी। गौरतलब है कि उक्त शौचालय की देखरेख के लिए सरकारी मानदेय पर केयर टेकर भी तैनात है।कार्यवाहक खण्ड विकास अधिकारी रमेश चंद राजवंशी ने बताया कि मुझे इस मामले की कोई जानकारी नहीं है।मामले की जांच कराकर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।