एमएलसी का चुनाव परिणाम आने के बाद उत्तर प्रदेश में तबादले का दौर शुरू हो गया है। शासन ने शुक्रवार को 11 आईपीएस और 12 पीपीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए हैं। इनमें बिकरू कांड के बाद किनारे किए गए आईपीएस अनंत देव और एक महिला के आरोपों से चर्चा में रहे डॉ. अजयपाल शर्मा की मुख्यधारा में वापसी हो गई है। इन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली है।
जानकारी के लिए बता दें कि बिकरू कांड के बाद अनंत देव तिवारी को निलंबित कर दिया गया था। निलंबन के समय वह एसटीएफ में डीआईजी थे। उसके पहले वह कानपुर नगर के कप्तान थे। 23 महीने बाद उन्हें पिछले साल अक्तूबर 2022 में बहाल किया गया। जांच में करीब 60 पुलिस अधिकारी व पुलिसकर्मी फंसे थे। इसमें अनंत देव भी शामिल थे।
डीजीपी मुख्यालय पर तैनात एसपी पवन कुमार को बतौर एसपी एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स मुख्यालय पर तैनाती मिली है। डीजीपी मुख्यालय पर ही तैनात पुलिस अधीक्षक शिवहरि मीना को पुलिस अधीक्षक साइबर क्राइम लखनऊ, डीजीपी मुख्यालय पर तैनात एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे को एसपी महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन लखनऊ, डीजीपी मुख्यालय पर तैनात एसपी दिनेश त्रिपाठी को एसपी 112 मुख्यालय, डीजीपी मुख्यालय पर तैनात एसपी विनीत जायसवाल को पुलिस उपायुक्त लखनऊ कमिश्नरेट, डीजीपी मुख्यालय पर तैनात एसपी कमलेश कुमार दीक्षित को एसपी रुल्स एंड मैन्युअल लखनऊ, डीजीपी मुख्यालय पर तैनात एसपी जयप्रकाश सिंह को पुलिस अधीक्षक सुरक्षा मुख्यालय लखनऊ, डीजीपी मुख्यालय पर तैनात सुनीति को एसपी प्रशासन मुख्यालय पुलिस महानिदेशक के पद पर तैनाती मिली है।
डॉ. अजयपाल को अब पुलिस अधीक्षक जौनपुर की मिली जिम्मेदारी
डीजीपी मुख्यालय में तैनात अनंत देव को अब डीआईजी रेलवे प्रयागराज बनाया गया है। इसी तरह से डॉ. अजयपाल को भी अब महत्वपूर्ण जगह तैनाती मिली है। खुद को अजय की पत्नी बताने वाली एक महिला ने 2020 में लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में उन पर एफआईआर दर्ज करवाई थी। साथ ही आईपीएस वैभव कृष्ण ने भी उन पर भ्रष्टाचारियों से सांठगांठ करने जैसे कई आरोप लगाए थे। फरवरी 2021 में उन्हें रामपुर एसएसपी के पद से हटा दिया गया था। पुलिस अधीक्षक-112 मुख्यालय पर तैनात डॉ. अजयपाल को अब पुलिस अधीक्षक जौनपुर बनाया गया है। डीआईजी जौनपुर अजय साहनी को इसी पद पर सहारनपुर भेजा गया है।