यूपी में विधान परिषद की पांच सीटों पर सोमवार को सुबह आठ बजे से वोटिंग शुरू हो गई है। इन सीटों पर शाम चार बजे तक वोट डाले जाएंगे। चुनाव में 17 जिलों के 321 बूथों पर दो लाख 50 हजार 856 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। जिन सीटों पर वोटिंग हो रही है उनमें गोरखपुर-फैजाबाद स्नातक सीट, कानपुर खंड की स्नातक सीट, बरेली -मुरादाबाद स्नातक खंड की सीट, प्रयागराज-झांसी शिक्षा खंड की सीट और कानपुर शिक्षक खंड की सीट शामिल है।चुनाव के लिए गोरखपुर में 493 पुलिसकर्मियों और होमगार्ड की ड्यूटी लगाई गई है।
जानकारी के लिए बता दें कि गोरखपुर-फैजाबाद स्नातक सीट पर कुल 24 प्रत्याशी मैदान में हैं। जिसमें बीजेपी से देवेंद्र प्रताप सिंह और सपा से करुणा कांत मौर्य चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा बीजेपी ने कानपुर उन्नाव शिक्षक क्षेत्र से वेणु रंजन भदौरिया, कानपुर खंड की स्नातक सीट से अरुण पाठक, झांसी- प्रयागराज क्षेत्र से डॉ बाबू लाल तिवारी और बरेली-मुरादाबाद स्नातक क्षेत्र से जय पाल सिंह व्यस्त को अपना उम्मीदवार बनाया है।
इन जिलों में हो रहा मतदान
प्रयागराज, कौशांबी, फतेहपुर, बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, जालौन, झांसी, ललितपुर, कानपुर नगर, कानपुर देहात, उन्नाव, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बदायूं, रामपुर, मुरादाबाद, अमरोहा, बिजनौर, सम्भल, बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा, बलरामपुर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, सन्त कबीर नगर, गोरखपुर, महाराजगंज, देवरिया कुशीनगर, आजमगढ़, मऊ, सुल्तानपुर, अयोध्या, अमेठी और अम्बेडकरनगर शामिल है।
मतदान करने के लिए यह दस्तावेज होंगे मान्य
मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, भारतीय पासपोर्ट, कर्मचारियों को जारी किए गए सेवा पहचान पत्र, औद्योगिक घरानों की ओर से उनके कर्मचारियों को जारी पहचान पत्र, जनप्रतिनिधियों को जारी किए गए सरकारी पहचान पत्र, शिक्षण संस्थाओं की ओर से जारी पहचान पत्र, विश्वविद्यालय की ओर से जारी डिग्री, डिप्लोमा का मूल प्रमाणपत्र, सक्षम प्राधिकारी की ओर से जारी दिव्यांगता से संबंधित मूल प्रमाणपत्र, यूनिक डिसएबिलिटी आइडी कार्ड।
दो फरवरी को आएगा परिणाम
जानकारी के लिए बता दें कि एमएलसी चुनाव के लिए पांच जनवरी से 12 जनवरी तक नामांकन हुआ था। इसके बाद 16 जनवरी तक नाम वापस लेने का समय था। वहीं इन पांचों सीटों पर सोमवार को वोटिंग हो रही है। 30 जनवरी को मतदान के बाद दो फरवरी को रिजल्ट आएगा। इन पांचों सीटों पर 12 फरवरी को सदस्यों का कार्यकाल खत्म हो रहा है। गौरतलब है कि यूपी में विधान परिषद में कुल सौ सीट है।