आजादी का अमृत महोत्सव के तहत राजकीय बौद्ध संग्रहालय, गोरखपुर (संस्कृति विभाग, उ.प्र.) द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के निर्वाण दिवस की पूर्व संध्या पर रविवार को गांधी जी के जीवन पर आधारित छायाचित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित आर्टिस्ट डाॅ. रेखा रानी शर्मा, असिस्टेन्ट प्रोफेसर, चन्द्रकान्ति रमावती देवी आर्यकन्या महाविद्यालय, गोरखपुर ने किया दीप प्रज्ज्वलन कर किया।
मुख्य अतिथि डाॅ. रेखा रानी शर्मा ने प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए कहा कि गांधी के आंदोलन ने अंग्रेजी हुकूमत को भारतीय जनता के संयुक्त शक्ति का एहसास कराया और देश की आजादी का मार्ग प्रशस्त किया। महात्मा गांधी के कारण भारतीय स्वाधीनता संग्राम को अंतरराष्ट्रीय मंच मिला और उनके दृढ़ संकल्प तथा इच्छा शक्ति का लोहा पूरे विश्व ने माना। गांधी जी के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। विशिष्ट अतिथि सुभाष चन्द्र चौधरी, पूर्व वरिष्ठ सुरक्षा आयुक्त, पूर्वोत्तर रेलवे, गोरखपुर ने कहा कि गांधी आजादी के महान नायक थे। जिनका आदर्श जीवन एवं संघर्ष हम सबके लिए स्वतः में महान सन्देश है।
उक्त प्रदर्शनी में गांधी के प्रारम्भिक जीवन से लेकर निर्वाण तक की यात्रा का सजीव चित्रण दुर्लभ छायाचित्रों के माध्यम से किया गया है। गांधी द्वारा चलाये गये चम्पारण सत्याग्रह, नमक सत्याग्रह, दांडी मार्च, भारत छोड़ों आन्दोलन आदि के साथ-साथ अनेक सामाजिक कार्य जैसे साबरमती आश्रम में सेवा कार्य, कुष्ठाश्रम में सेवा कार्य, नशामुक्ति सुधार आदि कार्य किये जाने से सम्बन्धित छायाचित्र उक्त प्रदर्शनी में आकर्षण का केन्द्र हैं। संग्रहालय के वरिष्ठ कर्मी शिवनाथ ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
उक्त अवसर पर एसएन आर्या, मनीष कुमार यादव, शौर्य द्विवेदी, भालचन्द्र मिश्रा, विनित पाल, हरदेव सिंह, सुनील शर्मा, हिमांशु पाण्डेय, सुरेन्द्र मणि तिवारी, रोहन कुमार, रमेश कुमार जैसवाल, आराध्य नारायण राय, अभिनन्दन यादव, कामना पाण्डेय, सुर्यांशी राय, रीता तिवारी, नीरा शुक्ला, सुमन राय, ओजस्वी राय, मीरा शुक्ला, श्वेता यादव, काश्वी यादव, आजबीन आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।